बिहार सरकार ने लिया बड़ा फैसला, रमजान पर मुस्लिम कर्मचारियों को दी राहत..
बिहार सरकार ने लिया बड़ा फैसला, रमजान पर मुस्लिम कर्मचारियों को दी राहत..
बिहार: रमजान का पवित्र माह जल्द ही शुरु हो रहा है। रमजान को देखते हुए बिहार सरकार ने अपने मुस्लिम कर्मचारियों को एक बड़ी राहत दी है। रमजान से पहले सरकार की ओर से राज्य सामान्य प्रशासन विभाग ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि बिहार सरकार के सभी मुस्लिम कर्मचारी और अधिकारी को रोजे के महीने में निर्धारित समय से एक घंटे पूर्व कार्यालय आने और निर्धारित समय से एक घंटे पहले कार्यालय छोड़ने की अनुमति होगी। वैसे आपको बता दें कि दुनिया भर के मुसलमानों के लिए रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है। रमज़ान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है, जिसमें लगभग 30 दिनों तक मुस्लिम रोजा रखते है। इस महीने के दौरान, मुसलमान सुबह से शाम तक भोजन या पानी का सेवन नहीं करते हैं। वे सहरी मतलब सुबह से पहले का भोजन खाते हैं और शाम को 'इफ्तार' के साथ अपना दिन भर का उपवास तोड़ते हैं। लेकिन बिहार सरकार के इस फैसले से सियासत में हलचल मच गई है। इसी पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि, मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं कि वे ऐसा ही आदेश चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के अवसर पर हिंदुओं के लिए भी वह जारी करे कि जैसे हिंदू समाज के कर्मचारी भी एक घंटे पहले आ सकें हैं और एक घंटे पहले जा सकते हैं। इससे समाज में समरसता बनाने में बिहार सरकार का बड़ा योगदान होगा और सभी लोगों के मन में एक तरह के भाव उत्पन्न होंगें। लेकिन सबसे बड़ी बात है कि भारत का मुसलमान अपने लिए कभी भी ऐसी विशेष रियायत की मांग नहीं करता है, जिससे समाज में किसी भी प्रकार असंतोष पैदा हो। दरअसल, बात ये है कि ऐसे फैसलों को बीजेपी और संघ परिवार की ओर से मुस्लिम तुष्टिकरण के रुप में प्रचारित किया जाता है, जिससे देश में हिंदू और मुसलमानों के बीच खाई बढ़ती है, यही कारण है कि जब मुलायम सिंह ने जुमे के दिन सरकारी छुट्टी का एलान किया था, तो मुसलमानों ने इसका खुलकर विरोध किया था, जिसके बाद सपा सरकार को अपना ये फैसला वापस लेना पड़ा था।