फायर ब्रांड नेता बनें हिमाचल के डिप्टी CM...
फायर ब्रांड नेता बनें हिमाचल के डिप्टी CM...
राजनीति में चल रही चुनावी सरगर्मियों के बीच हिमाचल प्रदेश में सीएम और डिप्टी सीएम दोनों के नामों का ऐलान हो चुका है। वही एक तरफ मुख्यमंत्री की कमान सुखविंदर सिंह सुक्खू को सौंपी गई है, तो दूसरी तरफ डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी मुकेश अग्निहोत्री को सौंपी गई है। जिसको लेकर कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक में ये फैसला लिया गया है। बता दे की मुकेश अग्निहोत्री पहले भी लगातार 5 बार चुनाव जीत चुके हैं। वे 2012 से 2017 के बीच वीरभद्र सिंह की सरकार में उद्योग मंत्री भी रहे और इसके अलावा उन्होंने संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क के अलावा श्रम एवं रोजगार विभाग की भी जिम्मेदारी संभाली है। कैसे राजनीति में आए मुकेश... इन पदों को भी सभाला है अग्निहोत्री ने...
पत्रकार से राजनेता बनने का सफर, अब कौल है हिमाचल प्रदेश के डिप्टी CM
शिमला: राजनीति में चुनावों की होने वाली जंग में हिमाचल प्रदेश में रविवार को नई सरकार का गठन होने जा रहा है। सुक्खविंद्र सिंह सुक्खू जहां नए सीएम पद की शपथ लेंगे, वहीं ऊना के हरौली से पांच बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे मुकेश अग्निहोत्री को अब डिप्टी सीएम बनाया गया है। बता दे की मुकेश अग्निहोत्री को हिमाचल प्रदेश का नया डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया गया है। आपको बता दें कि पंजाब के संगरूर में 9 अक्टूबर 1962 को जन्मे मुकेश अग्निहोत्री की शुरुआती पढ़ाई ऊना जिले में हुई है। मुकेश अग्निहोत्री की राजनीतिक पैठ और समझ को देखते हुए वीरभद्र सिंह ने उन्हें साल 2003 में संतोखगढ़ से चुनाव लड़ने के लिए कहा था, और उन्होनें चुनाव लड़ने के साथ ही जीत भी हासिल की थी।
पंजाब के संगरूर में 9 अक्टूबर 1962 को जन्मे मुकेश अग्निहोत्री की शुरुआती पढ़ाई ऊना जिले में हुई थी। मुकेश अग्निहोत्री के पिता का नाम ओंकार चंद शर्मा है। प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्होंने गणित से MSC की डिग्री हासिल की। जिसके बाद उन्होंने पब्लिक रिलेशंस से पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया और पत्रकार बन गए। मुकेश अग्निहोत्री ने राजनीति में आने से 10 साल पहले तक शिमला में एक संवाददाता के रूप में कार्य किया है।
अच्छे पत्रकार बने,फायर ब्रांड नेता...
मुकेश अग्निहोत्री 10 साल शिमला में जनसभा अखबार के लिए काम करने के बाद जब मुकेश अग्निहोत्री का दिल्ली तबादला हुआ तो, मुकेश की राजनीतिक की समझ को देखते हुए वीरभद्र सिंह ने उन्हें साल 2003 में संतोखगढ़ (अब हरौली) से चुनाव लड़ने के लिए कहा। मुकेश अग्निहोत्री ने वहां से चुनाव लड़ा भी और जीत भी हासिल की। जिसके बाद अग्निहोत्री साल 2007 में एक बार फिर से संतोखगढ़ से चुनावी अखाड़े में खड़े हुए और जीतने में भी कामयाब रहे।
वही बता दे की हिमाचल प्रदेश के होने वाले डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री विधान सभा में व्यापार सलाहकार समिति के मनोनीत सदस्य भी हैं, और विधायक बनने से पहले वे प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रकोष्ठ के महासचिव और अध्यक्ष भी रह चुके थे। अग्निहोत्री 10वीं विधानसभा में मुख्य संसदीय सचिव और हाउसिंग बोर्ड के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।