जानिए योगी 2.0 के एक साल का लेखा-जोखा...
जानिए योगी 2.0 के एक साल का लेखा-जोखा...
- By mohini
- 2023-03-25
Lucknow: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक और रेकॉर्ड दर्ज हो गया है। आज यानि 25 मार्च को योगी सरकार के 6 साल पूरे हो गए हैं। इसके साथ वह यूपी में सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्यमंत्री बन चुके हैं। योगी के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा होते ही उनके नाम लगातार छह साल छह दिन तक सीएम पद पर रहने का रेकॉर्ड हो गया। यह राज्य में किसी भी मुख्यमंत्री के लिए अब तक की सबसे लंबी अवधि है।पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा 255 सीटें जीतकर दूसरी बार सत्ता में आई थी। इसके बाद 25 मार्च को योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। ये गाना तो आप सभी को याद ही होगा..... ये गाना एक साल पहले यूपी समेत सभी जिलों में चर्चा का विषय बना हुआ था। खासतौर पर यूपी में एक बार फिर से मुखिया के रूप में चुने गए योगी आदित्यनाथ की जीत की खुशी में बनाया गया था, कुछ समय पहले तक हर किसी की जुबान पर था। इस गाने के जरिए लोगों ने सीएम योगी आदित्यनाथ का यूपी की सत्ता में एक बार फिर से स्वागत किया था। इस बीच इस गाने के अलावा एक और गाने की काफी चर्चा हई थी। जिसकी शुरूवात ही थी “बुलडोजर बाबा जिन्दाबाद”। इस गाने के जरिए यूपी में योगी आदित्यनाथ और बुलडोजर का जोरदार स्वागत किया गया था। उस समय की बात करें तो भाजपा, योगी और भगवा.... तीन ही बातें चर्चा का विषय बनी हुई थी। इस बात को अब पूरा एक साल हो चुका है, यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल को एक साल पूरा हो चुका है। बता दें कि 10 मार्च 2022 को पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित हुए थे। जिसमें बीजेपी को जीत हासिल हुई थी और 25 मार्च 2022 को योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। सूबे के मुखिया की सूबे में एक बार फिर वापसी हुई। जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा चुनाव का परिणाम केवल राजनीतिक परिणाम नहीं है। यह ईमानदारी से किए गए कामों पर भाजपा के पक्ष में प्रचंड बहुमत की जीत वाली जनता की मुहर है। उन्होंने कहा था कि चुनाव का परिणाम बता रहा है, कि जीत हमेशा सत्य की ही होती है। चुनाव में जीत के बाद योगी आदित्यनाथ चार दिन के लिएगोरखपुर गए थे। जहां उन्होंनेभाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत की खुशी में लोगों के साथ फूलों की होली खेली थी। सीएम योगी की जीत पर पूरे यूपी में लोगों के बीच उत्साह और खुशी नजर आई..... फूलों की होली उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का जीवन “एक हाथ में माला, दूसरे हाथ में भाला” ये सिद्धांत पर काफी चर्चित हैं। उतराखंड के गढ़वाल जिले से निकल कर गोरक्षनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर और फिर सूबे के मुखिया बनने तक के सफर में योगी आदित्यनाथ के जीवन में तमाम उतार चढ़ाव आए। इसके बावजूद भी योगी आदित्यनाथ ने कभी हार नहीं मानी, जनता की सेवा करने का जज्बा ही उन्हें इस मुकाम पर ले आया कि आज योगी आदित्यनाथ किसी भी पहचान के मोहताज नहीं है। योगी आदित्यनाथ के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने काफी कम उम्र में उन्होंने अपनी जिंदगी के बड़े फैसले लिए चाहे वो संयास लेने का हो या फिर राजनीति में आना, योगी को अब एक बड़े गेम चेंजेर के रुप में देखा जाता है। आज जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री है इनकी राजनीति की शुरुआत 20 साल की आयु में ही हो गई थी। इन्होंने 20 वर्ष की उम्र में ही बीजेपी को ज्वाइन कर लिया था। इससे पहले योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के सन्यासी थे। योगी ने सबसे पहले भारत के 12वें लोकसभा चुनाव में गोरखपुर सीट पर चुनाव लड़ा थाऔर वो गोरखपुर से सांसद भी बने। इसके बाद 13वें लोकसभा चुनाव में फिर से गोरखपुर से सांसद बनेऔर कार्यभार संभाला, इस तरह 2004, 2009, 2014 लगातार पांच बार योगी आदित्यनाथ जी सबसे कम उम्र के सांसद बने रहे। इसके बाद 2017 में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ जी को बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी चुना गया। इसके बाद योगी आदित्यनाथ जी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेऔर 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भीउन्हें बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी चुना गया। जिसमें जीत हासिल कर वो एक बार फिर मुख्यमंत्री बने और वो लगातार अपना कार्यभार बहुत ही अच्छी तरीके से संभाल रहे हैं। यूपी में योगी सरकार आने के बाद से एक चीज जो सबसे ज्यादा मशहूर हुई। वो है बुलडोजर योगी आदित्यनाथ ने यूपी में बुलडोजर को एक कानून के रूप में इस्तेमाल किया। अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर का एक्शन काफी चर्चा में है। इसके बाद से योगी आदित्यनाथ को बुलडोजर बाबा के नाम से भी जानाजाने लगा। योगी आदित्यनाथ ने एकइंटरव्यू में कहा था “मैं एक योगी हूं और इसी रूप में रहना पसंद करता हूं, उत्तर प्रदेश की जनता के हित में अगर किसी ऑपरेशन या मिशन के कारण यूपी की जनता का हित होता हो या उनके जीवन में परिवर्तन होता हो तो मुझे किसी नाम से कोई परहेज भी नहीं है”। योगी आदित्यनाथ ने ये भी कहा था कि प्रदेश में बुलडोजर का बेहतर उपयोग हो रहा है। योगी आदित्यनाथ जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ देने के बाद अपनी प्रथम कैबिनेट मीटिंग के बाद किसानों की कर्ज माफी की उत्तर प्रदेश के सभी किसानों का एक लाख तक का कर्ज माफ किया गया। लड़कियों के खिलाफ छेड़खानी एवं बलात्कार जैसी घटनाओं को रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ ने एंटी रोमियों दस्ते का गठन किया, इसके अलावा योगी आदित्यनाथ ने एक और फैसला लिया जो गौ तस्करी पर था। उत्तर प्रदेश में गौ तस्करी के मामले काफी बढ़ गए थे। इसको देखते हुए योगी आदित्यनाथ ने इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया, साथ ही गोवंश के लिए कई गौशालाओं का प्रबंध किया। इसके साथ ही सीएम योगी ने जनता दरबार लगाया जिसमें वो फरियादियों की सुनते है। सिर्फ इतना ही नहीं लोगों की शिकायतों के लिए ऑनलाइन के माध्यम से जनसुनवाई पोर्टल भी लॉन्च किया। इन सभी के अलावा योगी सरकार ने कई योजनाएं भी बनाई। जिनमेंउत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता, श्रमिक पंजीकरण यूपी,गन्ना पर्ची कैलेंडर यूपी, यूपी भाग्यलक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री अभुदय योजना, यूपी फ्री बोरिंग योजना, उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना,उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, यूपी पारिवारिक लाभ योजनाऔरकन्या सुमंगला योजना शामिल है। योगी सरकार की योजनाएं * उत्तर प्रदेश बेरोजगारी भत्ता महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर योगी सरकार ने प्रदेश में महिलाओं और बेटियों की समस्याओं पर खासा ध्यान दिया है। महिलाओं और बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए योगी सरकार ने कई योजनाएं बनाई है। मिशन शक्ति जैसे बड़े अभियान की शुरूआत की है। जिससे प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को बल मिला है। प्रदेश सरकार महिलाओं और बेटियों को सीधे तौर पर आर्थिक साहायता भी मुहैय्या करा रही है। प्रदेश की कमान जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली है। तब से प्रदेश में महिला अपराधों पर भी लगाम लगी है। शिक्षा की ओर अग्रसर योगी सरकार योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा की ओर खासा ध्यान दिया है। जिसको लेकर बजट 2023-24 में सरकार ने युवाओं के लिए कई बड़े ऐलान किए। सरकार ने राज्य में मेडिकल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए 14 नए मेडिकल कालेजों की स्थापना की घोषणा की है। जिसके संचालन के लिएलगभग 25 हजार करोड़ का बजट में प्रावधान किया गया है। इससे देश के चिकित्सा और शिक्षा क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का दबदबा बढ़ेगा। इसके अलावा वित्त मंत्री ने छात्र-छात्राओं को टैबलेट और स्मार्ट फोन दिए जाने के लिए 2023- 2024 के बजट में 3600 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा है। इसके साथ ही राज्य में फार्मा रिसर्च और एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 25 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए हैं। इसके अलावा स्टार्टअप नीति-2020 के अंतर्गत कृषि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ऊर्जा, खादी, शिक्षा, पर्यटन, परिवहन आदि क्षेत्रों में नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। वहीं, नौकरी में श्रमिक कामगार की मृत्यु और दिव्यांगता सहायता योजना के तहत मृत्यु की दशा में पांच लाख और स्थायी दिव्यांगता पर चार लाख रुपये की सहायता प्रदान किए जाने का प्रावधान भी किया गया है। योगी सरकार मेंमैन्युफैक्चरिंग की ओर भी काफी जोर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे औक चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे की नई परियोजनाओं के शुरूवात के लिए 235 करोड़ की व्यवस्था की है। वहीं बात करें बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेन्स कॉरिडोर परियोजना की तो इसके लिए सरकार ने 550 करोड़ की व्यवस्था की है। वहीं गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ गोरखपुर में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 200 करोड़ रुपये प्रदान करने की घोषणा की है। इसके अलावा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के किनारे छह स्थानों पर इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स बनाने का निर्णय लिया गया। 1- झांसी लिंक एक्सप्रेस-वे अपराध पर योगी हमलावर प्रदेश में सरकार वापसी के बाद योगी आदित्यनाथ ने कई काम किए। कभी अपराधियों पर नकेल कसी तो कभी विपक्ष के नेताओं पर शिकंजा कसा योगी सरकार हमेश ही अपराध के खिलाफ रही है। लेकिन सरकार बनते ही योगी आदित्यनाथ के सामने एक के बाद कई चुनौतियां आई इसके बावजूद भी सीएम योगी लगातार अपराधियों और माफियाओं पर हमलावर रहे है। योगी ने संसद से ही विपक्ष पर हमला करके कहा था कि सरकार और माफिया दोनों मिले हुए होते थे 2017 के पहले लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। महिला, बहन-बेटियां सभी सुरक्षित महसूस करते हैं। 2017 के पहले सबके सामने पहचान का संकट बना रहता था अब ऐसा नहीं है। योगी आदित्यनाथ की सदन में बहुत ही अहम और मजबूत भूमिका है। सदन में विपक्षयोगी को घेरने के लिए कई बार लामबंद दिखाई देता है। लेकिन सीएम योगी अपनी वाणी से हर खिलाफ उठने वाले सुर को शांत कर देते हैं। साथ ही अपने बयानों से सदन में मौजूद सभी लोगों को हैरान कर देते है। वहीं माफियाओं और अपराध के खिलाफ वह सरेआम बयान देतें है। सदन में माफियाओं के खिलाफ दिया गया उनका एक बयान काफी चर्चा में रहा था। मिट्टी में मिला दूंगा योगी आदित्यनाथ का सदन में दिया गया ये बयान आज सच हो चुका है। वहीं इस बयान और योगी के एक्शन को आज पूरा यूपी देख रहा है, साथ ही पूरा प्रदेश सीएम योगी का समर्थन भी कर रहा है। सदन में विपक्ष का कोई भी नेता सीएम योगी के सामने टिक नहीं पाता सदन में सवाल जबाब हो या पक्ष- विपक्ष की बहस योगी आदित्यनाथ लगातार हमलावर रहते हैं। जैसा नाम वैसा काम उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के बारे में तो सभी जानते है। सभी को पता है कि सीएम योगी संत है, जैसा कि उनका नाम है योगी ठीक उसी तरह उनका ध्यान रहता है योग पर सीएम योगी काफी धार्मिक है। पूजा-पाठ में उनकी काफी रूचि है, वह अक्सर ही मंदिरों और धार्मिक स्थलों के दर्शन किया करते है। इसके अलावा वह अलग-अलग त्योहारों पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर गोरखनाथ मंदिर में नौ कन्याओं की विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं। इसके अलावा रामनवमी पर वहसांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते है। इसके लिए योगी सरकार ने सभी जिलों के DM को एक-एक लाख रुपए भी उपलब्ध कराए। एक समय था जब गोरखपुर की पहचान अपराध से की जाती थी। लेकिन अब गोरखपुर बदल चुका है। गोरखपुर अब अपराध के लिए नहीं बल्कि आस्था और विकास के लिए पहचाना जाता है। बीते कुछ सालों से गोरखपुर विकास की नई आभा के साथ आगे बढ़ा है। ये कहना गलत नहीं होगा कि जबसे योगी आदित्यनाथ सीएम बने है। तब से गोरखपुर में लगातार विकास हो रहा है। इतना ही नहीं गोरखपुर को चिड़ियाघर की भी सौगात मिली साथ ही गोरखपुरअब शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, उद्योग का हब बन रहा है। कला का सम्मान और प्रोत्साहन हो रहा है। योगी ने अयोध्या-काशी झांकी है, मथुरा अभी बाकी है सीएम योगी सिर्फ नाम से ही योगी नहीं है कर्म से भी योगी है। योगी की पूजा-पाठ और भक्ति किसी से छुपी नहीं है। फिर चाहे बात करें अयोध्या की या काशी-मुथरा की योगी की सबमें आस्था है। आपको बता दें कि सीएम योगी भारत के पहले ऐसे मुख्यमंत्री है। जिन्होंने अपने कार्यकाल में काशी विश्वनाथ मंदिर के 100 से भी अधिक बार दर्शन किए हैं। वहीं अयोध्या की बात करें तो सीएम योगी की राम मंदिर में विशेष रुचि है। दीवाली के मौके पर सीएम राम नगरी अयोध्या में जाते है विशेष पूजा-अर्चना के साथ-साथ राम लीला के आयोजन में भी शिरकत करते हैं। दीपावली की रात को सैकड़ों की तादाद में दीए जलाएं जाते हैं जिसका लिमंका बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम भी दर्ज हो चुका है। भगवान में योगी की आस्था इस कदर है कि योगी ने मथुरा को भी अहमियत दी है। कृष्ण जन्म भूमि में कृष्ण जन्माष्मी के दिन मथुरा को एक अलग अंदाज में सजाया जाता है। इसलिए ये कहना ग़लत नहीं होगा है कि योगी सीएम के साथ-साथ कर्म योगी भी हैं। वहीं योगी के राजनीतिक करियरकी बात करें सीएम योगी ने अपने कार्यकाल में लगातार जनता के हित के लिए काम किए है। योगी सरकार ने प्रदेश में कई ऐसे काम किए जो योगी आदित्यनाथ की छवि को बाकि दूसरे नेताओं से बिल्कुल अलग बनाते है। यहीं कारण है कि योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है। योगी आदित्यनाथ अपनेदूसरे कार्यकाल में लौटने वाले 37 साल में यूपी के पहले मुख्यमंत्री हैं। योगी सरकार की दोबारा वापसी योगी आदित्यनाथ के प्रति जनता का प्यार है, और आज सीएम योगी के दूसके कार्यकाल को एक साल पूरे हो गए हैं। सीएम योगी की जीत की बात करें तो उन्होंने अपने पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोग से यूपी में जीत हासिल की थी, और अपने कार्यकाल में लगातार अपने कामों से जनता का प्यार और विश्वास जीता वहीं दूसरे कार्यकाल की बात करें तो दूसरी बार उन्होंने अपने दमखम पर निष्पक्ष चुनाव लड़ा, और यूपी में धमाकेदार वापसी की यूपी में अपने दम पर ही 255 सीटें हासिल की आज योगी आदित्यनाथ एक ऐसा नाम है। जिनकी अपने काम से जनता के बीच सख्त प्रशासक की छवि है। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश के मुखिया ने नोएडा के भ्रम को भी तोड़ कर दिखाया है। अब तक लगभग यूपी कई मुख्यमंत्री रहे लेकिन सब नोएडा जाने से कतराते थे क्योंकि उन सबका मनना था जो एक बार नोएडा जाता है वो दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाता है। योगी ने इस तथ्य को भी ग़लत साबित किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ एकलोते ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने नोएडा के कई दौरे किए हैं और यूपी की सत्ता में दोबारा काबिज़ भी हुए हैं। योगी 2.0 का पहला साल पूरा होते ही लगातार 6 साल 6 दिन तक मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने का रिकॉर्ड सीएम योगी अपने नाम कर लेंगे। वैसे उन्होंने एक मार्च को ही सबसे ज्यादा समय 5 वर्ष 346 दिन तक सीएम रहने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। योगी के बाद कांग्रेस के मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानन्द 5 वर्ष 345 दिन इस पद पर सबसे ज्यादा समय तक रहे हैं। यह बीजेपी के लिए भी अपने आप में एक उपलब्धि है।
* श्रमिक पंजीकरण यूपी
* गन्ना पर्ची कैलेंडर यूपी
* यूपी भाग्यलक्ष्मी योजना
* मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
* उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना
* मुख्यमंत्री अभुदय योजना
* यूपी फ्री बोरिंग योजना
* मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना
* यूपी पारिवारिक लाभ योजना
* उत्तर प्रदेश श्रमिक भरण पोषण योजना
* कन्या सुमंगला योजना
2- चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे
3- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे
4- डिफेन्स कॉरिडोर परियोजना
5- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
6- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे