जानें क्यों माघी पूर्णिमा का स्नान करने देश- विदेश से पहुंचते हैं लोग...
जानें क्यों माघी पूर्णिमा का स्नान करने देश- विदेश से पहुंचते हैं लोग...
माघी पूर्णिमा का स्नान: माघ माह में पड़ने वाले माघी पूर्णिमा के पावन पर्व पर तीर्थराज प्रयागराज में सुबह से ही स्नानार्थियों की भीड़ लगी हुई है। वहीं प्रशासन का अनुमान है कि आज लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगायेंगे, और संगम की रेती पर कल्पवास कर रहे सनातन धर्मी भी माघी पूर्णिमा के स्नान के बाद ही अपने घरों को लौट जायेंगे। वहीं बात करें सुरक्षा कि तो सुरक्षा की चाका- चौंद व्यवस्था की गई, जिसमें जल पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व एटीएस के जवान, आरएएफ, पीएसी के जवानों के साथ साथ सीसीटीवी कैमरे से भी पूरे मेले की निगरानी की जा रही है और साथ ही ड्रोन कैमरें से भी घाटों की निगरानी की जा रही है ।
दरअसल, मान्यता है कि माघ माह में भगवान विष्णु जल में निवास करते हैं। यही वजह है कि आज के दिन गंगा स्नान से अनन्त पुण्य का लाभ होता है। इस दिन तिल गुण और अन्न के दान का भी विशेष महत्व है। यही कारण है कि त्रिवेणी स्नान के बाद लोग संगम तट पर दान कर पुण्य का लाभ प्राप्त करते हैं। संगम के चारों तरफ बनाये गये लगभग डेढ़ दर्जन घाटों पर भोर से ही स्नानार्थियों का उमड़ना शुरू हो जाता है।