आंध्र प्रदेश में टैंकर की सफाई के दौरान मजदूरों की दम घूटने से हुई मौत
आंध्र प्रदेश में टैंकर की सफाई के दौरान मजदूरों की दम घूटने से हुई मौत
काकीनाडा: आंध्र प्रदेश में पेड्डापुरम के जी रागमपेट इलाके में स्थित अंबाती तेल फैक्टरी में गुरुवार को विशाल तेल टैंकर की सफाई के दौरान दम घुटने से सात श्रमिकों की मौत हो गई। बता दे कि आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में दम घुटने से 7 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। घटना पेद्दापुरम मंडल के रागमपेटा गांव में गुरुवार को ऑयल फैक्ट्री में एक टैंकर की सफाई के दौरान हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूत्रों ने बताया कि वार्षिक रखरखाव के लिए पिछले दो दिनों से टैंकर से तेल निकाला (डी-ऑयल) जा रहा था। तेल के टैंक की सफाई करने के लिए सात कर्मचारी उसके अंदर उतरे और टैंक से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण सातों कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हो गई। एक-एक टैंकर में उतरे थे मजदूर इसके बाद शिवकुमार रेड्डी नीचे गए। उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ होने लगी, तो उन्होंने चिल्लाना शुरू किया। इसके बाद सभी मजदूरों को बाहर निकालकर पास के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनमें से 6 को मृत घोषित कर दिया। 7वें मजदूर की इलाज के दौरान मौत हो गई। शिवकुमार रेड्डी (43) को तमिलनाडु के वेलुरु में ट्रांसफर कर दिया गया। जिसके बाद, वहां पर मौजूद कुछ मजदूरों ने जेसीबी मशीनों से टैंकर को तोड़कर शवों को बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि साथी कर्मचारियों और मृतकों के परिजनों के भारी विरोध के बीच पेड्डापुरम पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी सामान्य अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने बताया कि मृतकों की पहचान मोचनगुई कृष्णा, मोचांगी नरसिंह, मोचांगी सागर, कुंथडू बैंजो बाबू, कुर्रा रामाराव, कट्टामुरी जगदीश और प्रसाद के रूप में हुई है। कर्मचारियों ने इस त्रासदी के लिए प्रबंधन को दोषी ठहराया और कर्मचारियों के आंदोलन के साथ स्थिति तनावपूर्ण हो गयी है। उन्होंने कहा कि पेड्डापुरम पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) सुंकारा मुरलीमोहन क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए राजस्व अधिकारियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। इस घटना से संबंधित मामला दर्ज कर लिया गया और आगे की जांच शुरू कर दी गयी है। मृतक के परिवारों को मिलेगी 25 लाख रुपए की मदद
अधिकारियों ने बताया कि सुबह 9.30 बजे के आसपास मजदूरों को अंबाती सुब्बन्ना ऑयल फैक्ट्री के बंद पड़े टैंकर की जांच करने के लिए कहा गया। रेडप्पा ने मैनहोल से सबसे पहले टैंकर में प्रवेश किया। जब उसने कुछ देर तक जवाब नहीं दिया तो तीन अन्य मजदूर टैंकर में उतरे। जब उन्हें भी सांस लेने में तकलीफ हुई तो वे मदद के लिए चिल्लाने लगे। इसके बाद तीन अन्य मजदूर उन्हें बचाने के लिए टैंकर में उतरे, लेकिन जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए।
जिला अग्निशमन अधिकारी वी श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि हैचरी के पास अग्निशमन विभाग से NOC नहीं थी। पुलिस ने धारा 304ए (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है, जबकि कंपनी 15 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने पर सहमत हुई है।