कही समर्थक तो कही प्रदर्शन, तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा : शास्त्री
कही समर्थक तो कही प्रदर्शन, तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा : शास्त्री
दिल्ली के जंतर-मंतर पर आजोजित ‘धर्म संसद' में साधु-संतों ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को Z+ सुरक्षा देने की मांग की है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा है। दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) के समर्थन में ‘धर्म संसद' का आयोजन किया गया है। इसमें शामिल होने के लिए देश के अलग-अलग जगहों से बड़ी संख्या में साधु-संत और हिंदू संगठनों के लोग पहुंचे हैं। इस दौरान साधु-संतों ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री को Z+ सुरक्षा देने की मांग की है। धरना प्रदर्शन में बाबा के समर्थक और प्रशंसक जमा होने को लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े इंतजाम किए गए हैं। धीरेंद्र शास्त्री और बढ़ता विवाद... तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा... समर्थन में आया पुजारी संघ...
अंधविश्वास फैलाने के आरोपों को लेकर बढ़ते विवाद के बीच धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता में लगातार इजाफा हो रहा है। उनके विरोधियों और समर्थकों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। उनपर चमत्कार के माध्यम से अंधविश्वास फैलान का आरोप है। वहीं कुछ मुस्लिम धर्मगुरु उनपर धर्मांतरण कराने और इस्लाम को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगा रहे हैं।
बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नारा दिया कि तुम मेरा साथ दो, मैं तुम्हें हिंदू राष्ट्र दूंगा। बाबा ने कहा था कि देश में कुछ लोगों में सनातनी खून नहीं है। उन्होंने चुनौती देने वाले से दो टूक कहा था, कि वह बागेश्वरधाम आएं और मेरा चमत्कार देखें। अब धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के चमत्कार के दावों और अंधविश्वास फैलाने के आरोपों को लेकर देश में अलग बहस छिड़ी हुई है। बीजेपी के कई नेताओं ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को खुला समर्थन दिया है। बागेश्वर बाबा ने हाल ही में अपने विरोधियों को नसीहत देते हुए कहा है कि कायदे में रहेंगे तो फायदे में रहेंगे।
जहां एक ओर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ आवाज उठ रही है। वहीं, दूसरी ओर धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में भोपाल में मध्य प्रदेश संत पुजारी संघ की बैठक आयोजित हुई। बता दें कि इस संगठन से प्रदेश के 50 हजार से अधिक कर्मकांडी ब्राह्मण जुड़े हुए हैं। उनकी बैठक में धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में एक प्रस्ताव पारित किया गया।