Ram Mandir: अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण तय समय पर पूरा हो चुका है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब एक और ऐतिहासिक आयोजन होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 नवंबर को राम मंदिर के मुख्य शिखर पर धर्मध्वज फहराएंगे। यह ध्वज अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को भी झेल सकेगा और 360 डिग्री पर घूम सकेगा।
केसरिया ध्वज पर बने होंगे सूर्य, ॐ और कोविदार के प्रतीक
यह ध्वज केसरिया रंग का होगा, जो हिंदू धर्म में त्याग और वीरता का प्रतीक है। इसमें सूर्य, ॐ और कोविदार वृक्ष (जिसे अयोध्या का शाही वृक्ष कहा जाता है) के चिन्ह बनाए गए हैं। 161 फुट ऊंचे मंदिर शिखर पर 42 फुट ऊंचा ध्वज-स्तंभ स्थापित किया गया है, जिस पर 22 फुट लंबी और 11 फुट चौड़ी पताका लहराएगी।
भवन निर्माण समिति ने ध्वज के कपड़े की मजबूती को जांचने के लिए कई एजेंसियों से टेस्ट रिपोर्ट मंगाई है। आज, 28 अक्टूबर को समिति की बैठक में अंतिम रिपोर्ट पेश की जाएगी और उसी के आधार पर ध्वज के कपड़े का चयन किया जाएगा।
PM मोदी करेंगे 8 मंदिरों पर भी ध्वजारोहण
प्रधानमंत्री मोदी न सिर्फ राम मंदिर के मुख्य शिखर पर, बल्कि अन्य आठ मंदिरों के शिखरों पर भी ध्वजारोहण करेंगे। इन सभी मंदिरों के दर्शन कार्यक्रम के बाद श्रद्धालुओं के लिए शुरू कर दिए जाएंगे। यह आयोजन राम मंदिर के पूर्ण निर्माण का प्रतीक होगा और अयोध्या में इसे एक भव्य उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
मुख्य आयोजन 25 नवंबर को सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक चलेगा। इस दौरान रामलला के दर्शन स्थगित रहेंगे ताकि ध्वजारोहण की प्रक्रिया बिना किसी बाधा के पूरी हो सके। वहीं, आयोजन की शुरुआत 21 नवंबर से ही धार्मिक अनुष्ठानों और भजन-संकीर्तन के साथ होगी।
10 हजार मेहमान, 3 हजार कमरे बुक
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग 10 हजार मेहमान शामिल होंगे। इनमें संत-महात्मा, स्थानीय श्रद्धालु और VIP अतिथि शामिल हैं। देश-विदेश से आने वाले मेहमानों के लिए अयोध्या और आसपास के क्षेत्रों में करीब 3 हजार होटल रूम, गेस्ट हाउस और होम स्टे बुक किए गए हैं। RSS प्रमुख मोहन भागवत और BJP के वरिष्ठ नेता भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। हालांकि, इस बार रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तरह फिल्मी सेलिब्रिटी नहीं, बल्कि अयोध्या और आसपास के जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं को प्राथमिकता दी गई है।
राम मंदिर के उत्सव की नई कड़ी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी, जबकि 5 जून 2025 को मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई थी। अब धर्मध्वज फहराने का यह आयोजन मंदिर निर्माण के समापन और उसकी आध्यात्मिक शक्ति के विस्तार का प्रतीक बनेगा।

