राम मंद‍िर प्राण प्रत‍िष्‍ठा से पहले अयोध्‍या को एक बड़ी सौगात…

Shankhdhar Shivi

भगवान रामलला 22 जनवरी 2024 को अपने भव्य मंदिर विराजमान होंगे। वही राम मंद‍िर प्राण प्रत‍िष्‍ठा समारोह से पूर्व अयोध्‍या एयरपोर्ट तैयार है। 30 दिसंबर को दिल्ली से पहली फ्लाइट अयोध्‍या आएगी। इसके बाद छह जनवरी से नई दिल्ली के लिए कॉमर्शियल फ्लाइट शुरू हो जाएगी।

Ram Mandir: अयोध्या में निर्माणधीन राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश-विदेश से लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। वही हवाई अड्डे के टर्मिनल (मुख्य भवन) का निर्माण भी पूर्ण हो गया है। हवाई अड्डे पर राजधानी दिल्ली से पहली फ्लाइट 30 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर पहुंचेगी। इसके बाद छह जनवरी से नई दिल्ली के लिए कॉमर्शियल फ्लाइट शुरू हो जाएगी। दिल्ली और अहमदाबाद के लिए सबसे पहले धर्मनगरी अयोध्या से फ्लाइट की सेवा शुरू होगी।

1 घंटा 50 मिनट का सफर…

अभी अहमदाबाद से अयोध्या का सफर काफी मुश्किल फ्लाइट से जाने वाले लोगों को पहले लखनऊ जाना पड़ता है। इसके बाद वे सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचते हैं। इंडियो ने अयोध्या के जिस फ्लाइट का ऐलान किया है। वह अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम हवाई अड्‌डे पर लैंड करेगी। इस यात्रा में 1 घंटा 50 मिनट का समय लगेगा। एक अनुमान के अनुसार एक व्यक्ति का किराया करीब 4 चार रुपये होगा। इंडिगो ने यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी है। शुरुआत में कंपनी की फ्लाइट ट्राई वीकली रहेगी।

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अपनी कार से जाने पर आएगा इतना खर्च…

अगर आप दिल्ली से अयोध्या अपनी काम से जाएंगे तो आपको कम से कम 7 हजार रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं। इसमें 1200 का टोल चार्ज और 700 किमी के सफर के लिए पेट्रोल का खर्च शामिल है। ये खर्च केवल जाने का खर्च है। वापसी में भी आपको इतना ही खर्च उठाना पड़ सकता है।

राम मंदिर की तर्ज पर बना है एयरपोर्ट…

अयोध्या एयरपोर्ट की बिल्डिंग राम मंदिर की तर्ज पर बनाई गई है। मुख्य भवन राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के पत्थरों से बनाया गया है। इसका निर्माण तीन फेस में किया जा रहा है। पहले फेस में घरेलू उड़ान की सुविधा होगी। पूरे देश के एयरपोर्ट से अयोध्या की कनेक्टिविटी होगी। यहां पर 500 यात्रियों के एक बार में आने और जाने की सुविधा होगी। 2200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रन-वे बनकर तैयार हो चुका है। फेज-वन के तहत ही रनवे सेफ्टी एरिया (रेसा) के मानक के तहत रनवे और कैंट वन लाइटिंग का काम किया गया है। इससे रात में और धुंध (फॉग) में भी विमानों की लैंडिंग आसानी से कराई जा सकेगी।

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