Pakistan Army Attack: पाकिस्तान में अफगानिस्तान से सटी सीमा के पास बुधवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें 11 पैरामिलिट्री जवानों और 2 अधिकारियों की जान चली गई। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान तालिबान, यानी तेहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली है। हमले के बाद पाकिस्तान के सुरक्षातंत्र में हड़कंप मच गया है।
कैसे हुआ हमला?
सूत्रों के अनुसार, यह हमला सड़क किनारे IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के जरिए किया गया। यह बम पहले से ही उस रास्ते पर लगाया गया था, जिससे सेना का काफिला गुजरने वाला था। जैसे ही काफिला बम के पास पहुंचा, पहले जोरदार विस्फोट हुआ और फिर उग्रवादियों ने अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं।हमला बेहद सुनियोजित था और इसमें आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन हमले की तीव्रता इतनी अधिक थी कि 13 सैनिकों की जान नहीं बचाई जा सकी।
टीटीपी कौन है?
तेहरिक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) एक कट्टरपंथी आतंकी संगठन है, जो पाकिस्तान सरकार को हटाकर शरीयत आधारित शासन की मांग करता है। यह समूह 2007 में अस्तित्व में आया था और तब से पाकिस्तान के खिलाफ सैकड़ों हमले कर चुका है।हाल के महीनों में TTP की गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं। पाकिस्तान में कई सुरक्षा प्रतिष्ठानों, पुलिस चौकियों और सेना के काफिलों पर हमले किए जा चुके हैं। TTP को अफगानिस्तान की धरती से संचालित होने वाला संगठन माना जाता है, हालांकि काबुल की तालिबान सरकार इस आरोप को खारिज करती रही है।
पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर साधा निशाना
हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान सरकार और सेना के प्रवक्ताओं ने अफगानिस्तान पर तीखा आरोप लगाया। पाकिस्तान का कहना है कि TTP के आतंकी अफगान सीमा पार से आकर हमले को अंजाम देते हैं और उन्हें वहां ट्रेनिंग और शरण मिल रही है।पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा “यह हमला पाकिस्तान की संप्रभुता पर सीधा हमला है। हम अपने जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी कार्रवाई और तेज करेंगे।”वहीं, अफगान तालिबान सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। काबुल सरकार का कहना है कि अफगान भूमि का किसी देश के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा और पाकिस्तान को अपने आंतरिक मामलों को खुद संभालना चाहिए।
बढ़ते आतंकवाद पर चिंता
यह हमला ऐसे समय पर हुआ है जब पाकिस्तान पहले ही आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ते आंतरिक असंतोष से जूझ रहा है। लगातार हो रहे आतंकी हमलों से आम जनता में असुरक्षा की भावना गहराती जा रही है।पाक-अफगान सीमा पर हुआ यह ताजा हमला पाकिस्तान के लिए एक और बड़ा झटका है। जहां एक तरफ पाकिस्तान TTP जैसे संगठनों को नेस्तनाबूद करने की बात करता है, वहीं दूसरी ओर सीमापार आतंकवाद को लेकर उसका अफगानिस्तान से टकराव और बढ़ता दिख रहा है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए और गंभीर रूप ले सकता है।
Read More : Karwa Chauth 2025: सास न हो तो कैसे करें करवा चौथ व्रत? जानें सही तरीका और नियम
