Delhi Fire: दिल्ली के वीआईपी इलाकों में शुमार BD रोड पर स्थित सांसदों के लिए बनाए गए अपार्टमेंट्स में शनिवार दोपहर अचानक भीषण आग लग गई। इस हादसे से अफरा-तफरी मच गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग चार मंजिला इमारत के फ्लैट्स तक फैल गई। राहत की बात यह है कि अब तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कई सांसदों और उनके स्टाफ के घरों को नुकसान पहुंचा है।
क्या है पूरा मामला?
शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे BD रोड स्थित अपार्टमेंट्स में अचानक आग लगने की सूचना मिली। चश्मदीदों के अनुसार, आग सबसे पहले एक फ्लैट में लगी और तेजी से बाकी मंजिलों तक फैल गई। फ्लैट्स में मौजूद लोग जान बचाने के लिए बाहर भागे और कई ने बालकनी से नीचे कूदकर खुद को बचाया।
फायर ब्रिगेड पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों और अपार्टमेंट में रहने वाले स्टाफ का आरोप है कि फायर ब्रिगेड को घटना की सूचना देने के बाद भी टीम समय पर नहीं पहुंची। लोगों का कहना है कि करीब 30-35 मिनट की देरी से फायर टेंडर मौके पर पहुंचा, जिससे आग को और फैलने का मौका मिल गया।एक निवासी ने कहा, “हमने तुरंत दमकल विभाग को कॉल किया था, लेकिन जब तक वे पहुंचे, आग चार मंजिलों तक फैल चुकी थी। अगर फौरन एक्शन लिया गया होता, तो नुकसान कम हो सकता था।”घटना के बाद दमकल विभाग की 6 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने का काम शुरू किया। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन इस दौरान कई फ्लैट्स में रखा कीमती सामान, फर्नीचर और दस्तावेज जलकर राख हो गए।
आग लगने का कारण?
अब तक आग लगने के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शॉर्ट सर्किट को वजह माना जा रहा है। हालांकि दमकल विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम मामले की जांच में जुट गई है।
सुरक्षा पर सवाल
सांसदों के लिए बनाए गए इन सरकारी आवासों में आग जैसी घटना ने सुरक्षा और आपातकालीन प्रबंधन को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि ऐसे वीआईपी इलाकों में भी फायर सेफ्टी के इंतज़ाम इतने कमजोर क्यों हैं?
BD रोड स्थित सांसद अपार्टमेंट्स में लगी आग ने राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। जहां एक ओर सांसदों और वीआईपी लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि मानी जाती है, वहीं दूसरी ओर फायर ब्रिगेड की देरी और आग से हुए नुकसान ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद क्या ठोस कदम उठाए जाते हैं।
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