Haryana news: आईपीएस अधिकारी वाई पूरन सिंह की मौत ने हरियाणा में हलचल मचा दिया है। अफवाहों और आशंकाओं के बीच, अब उनका परिवार विशेषकर उनकी पत्नी 98 शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर चुकी है। परिवार का कहना है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक न तो पोस्टमार्टम होगा और न ही अंतिम संस्कार।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस घटना पर कहा है कि दोषी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस पूरे मामले की गहराई से जांच की जाएगी। पैंचकुला में आयोजित बीजेपी प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान सीएम सैनी ने वाई पूरन सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर शोक व्यक्त किया।
Read more: Bihar Elections 2025: AIMIM प्रमुख ओवैसी ने किया बड़ा ऐलान, बिहार में अकेले लड़ेंगे 100 सीटों पर
न्याय पहले, कार्रवाई बाद

पूरे प्रदेश में यह अफवाहें उड़ीं कि पोस्टमार्टम ज़रूरी है, लेकिन वाई पूरन की पत्नी ने इसे ठुकरा दिया। उनकी मंशा स्पष्ट है, “जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलेगा, तब तक कोई भी कार्रवाई नहीं होगी।” वे पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार दोनों से इंकार कर चुकी हैं। इस इनकार के पीछे परिवार पर गहरा विश्वास और न्याय की अटल आशा दिखाई देती है। वे इस बात पर अडिग हैं कि अगर मामले की निष्पक्ष और सच्ची जांच नहीं होगी, तो उनकी सहमति नहीं दी जाएगी।
मृत्युदंड या आत्महत्या
एफआईआर व प्राथमिक रिपोर्टों में कहा गया है कि अधिकारी ने खुद को गोली मारी है, यानी आत्महत्या की आशंका जताई गई है। परन्तु, परिवार और कुछ सूत्र इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उनके अस्वीकार और पोस्टमार्टम पर उनका विरोध इस बात को स्पष्ट करता है कि वे मौत की वजह में किसी गहरे रहस्य को झूठ नहीं होने देना चाहते।
घटनास्थल और परिस्थितियों की बारीकी से जांच हो रही है। सीएम ने यह सुनिश्चित किया है कि जांच एजेंसियों को किसी तरह की रोक नहीं मिलेगी और निष्पक्षता बनी रहेगी।
Read more: UP News: दिवाली से पहले यूपी में बड़ा एक्शन! अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर पुलिस का अभियान शुरू
