Vande Mataram: किसी के बाप में दम नहीं…वंदे मातरम पर सपा MLA ये क्या बोल गए ?

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी ने वंदे मातरम विवाद पर बीजेपी पर कड़ा पलटवार किया। आजमी ने कहा, ‘किसी के बाप में दम नहीं मुझसे वंदे मातरम बुलवाने का।’ उनके इस बयान ने महाराष्ट्र की सियासत में हलचल मचा दी है और राष्ट्रगीत व देशभक्ति पर बहस और तेज़ कर दी है।

Aanchal Singh
Abu Azmi
वंदे मातरम विवाद पर अबू आसिम आजमी का बयान

Vande Mataram: समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी (Abu Asim Azmi) ने बीजेपी के विरोध प्रदर्शन के तुरंत बाद तीखी प्रतिक्रिया दी। वंदे मातरम (Vande Mataram) को लेकर उठे विवाद पर आजमी ने साफ कहा कि वे किसी के दबाव में नहीं हैं और “किसी के बाप में दम नहीं है मुझसे वंदे मातरम बुलवा लेने का, मैं नहीं बोलूंगा।”आजमी ने सीधे बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी देश में नफरत फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा, “बीजेपी भारत जलाओ पार्टी है। इन्हें सिर्फ मुसलमानों को लेकर जहर उगलना है। ये चाहते हैं कि मैं कुछ ऐसा बोलूं जिससे विवाद खड़ा हो।”

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देशभक्ति पर सवाल उठाने वालों को जवाब

बताते चले कि, अबू आसिम आजमी ने बीजेपी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि जो लोग उन्हें देशविरोधी बता रहे हैं, वे पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा, “हम इसी वतन में पैदा हुए हैं और यही दफन होंगे। यह सवाल कहां से आता है कि हम अपने देश का अपमान कर रहे हैं?”

आजमी का यह बयान उस समय आया जब बीजेपी नेताओं ने उन पर और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्हें राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम’ से परहेज़ है। मुंबई बीजेपी अध्यक्ष अमित साटम ने कहा था कि जो भी भारत का सच्चा नागरिक है, उसे गर्व से वंदे मातरम कहना चाहिए।

महाराष्ट्र की सियासत में बढ़ी गरमाहट

आपको बता दे कि, अबू आसिम आजमी का यह रुख महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में नई गरमाहट लेकर आया है। राष्ट्रगीत और राष्ट्रभक्ति पर बहस और तेज हो गई है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस बयान के बाद राज्य में बीजेपी और विपक्ष के बीच जुबानी टकराव और बढ़ सकता है। विशेष रूप से मुंबई और महाराष्ट्र के बड़े हिस्सों में सोशल मीडिया पर यह विवाद तेजी से वायरल हो गया है। लोगों के बीच राष्ट्रगीत को लेकर बहस और बहस का माहौल बना हुआ है।

विपक्ष और BJP के बीच जारी विवाद

राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि अबू आसिम आजमी का यह बयान सीधे तौर पर बीजेपी की आलोचना का जवाब है। जबकि बीजेपी का रुख रहा कि हर नागरिक को ‘वंदे मातरम’ कहने में गर्व महसूस करना चाहिए, वहीं आजमी ने इसे धर्म और जाति के आधार पर राजनीति करने की कोशिश करार दिया। इस विवाद ने महाराष्ट्र की सियासत में चुनावी मोड़ भी ला सकता है, क्योंकि यह मुद्दा व्यापक स्तर पर जनता के बीच संवेदनशील है।

वंदे मातरम को लेकर उठे इस विवाद ने राजनीतिक पार्टियों के बीच टकराव को और बढ़ा दिया है। अबू आसिम आजमी का कड़ा रुख और बीजेपी का दबाव, दोनों ही पक्षों के लिए चुनौती बन गया है। आगामी दिनों में यह बहस और तेज़ होने की संभावना है, खासकर जब देशभक्ति और धार्मिक पहचान के मुद्दे राजनीति के केंद्र में रहें।

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