Afghanistan Earthquake : अफगानिस्तान एक बार फिर भीषण प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है। देश के पूर्वी हिस्से, विशेष रूप से नंगरहार और कुनार प्रांत में रविवार देर रात आए तेज भूकंप ने भारी तबाही मचाई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 622 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। भूकंप की तीव्रता और उसका केंद्र जलालाबाद शहर से 17 मील दूर बताया गया है।
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यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार भूकंप का केंद्र जलालाबाद के पास
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जलालाबाद शहर के करीब था, जो काबुल से लगभग 160 किलोमीटर (100 मील) दूर है। जलालाबाद एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जिसकी जनसंख्या लगभग दो लाख है। इस शहर और इसके आसपास के कई गांव पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं।
तालिबान सरकार ने शुरू किया राहत एवं बचाव कार्य
भूकंप के बाद तालिबान सरकार ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। स्थानीय प्रशासन, रेड क्रिसेंट, और अंतरराष्ट्रीय राहत एजेंसियां मौके पर पहुंच चुकी हैं और मलबे में दबे लोगों को निकालने का प्रयास कर रही हैं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है, जहां चिकित्सा संसाधनों की कमी भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है।
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सैकड़ों घर हुए नष्ट
भूकंप की तीव्रता इतनी अधिक थी कि सैकड़ों घर पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गए। कई गांवों में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। संचार सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे राहत कार्यों में परेशानी आ रही है। कई इलाकों तक अभी भी मदद नहीं पहुंच पाई है।
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं तबाही की तस्वीरें
भूकंप के बाद के भयानक दृश्य, जिनमें गिरे हुए मकान, चोटिल लोग, और बचावकर्मियों की तैनाती, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। नागरिकों द्वारा शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह लोग अपनी जान बचाने के लिए मलबे से खुद ही बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।
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सरकार ने की अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील
तालिबान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO), और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से आपातकालीन सहायता की मांग की है। उन्होंने साफ किया कि हालात बेहद गंभीर हैं और अकेले इनसे निपटना कठिन है।

