Ahmedabad Airport Threat: मंगलवार को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक धमकी भरा ईमेल सुरक्षा एजेंसियों को मिला। ईमेल में दावा किया गया कि “एयरपोर्ट के भीतर बम लगाया गया है और जल्द ही विस्फोट में कई लोगों की मौत होगी।” इस सूचना के मिलते ही पुलिस, बम निरोधक दस्ता, दमकल और आपातकालीन बचाव टीमों को तुरंत मौके पर भेजा गया।
एयरपोर्ट परिसर कराया गया खाली
धमकी को गंभीरता से लेते हुए एयरपोर्ट प्रशासन ने पूरे परिसर को खाली कराना शुरू कर दिया। यात्रियों और स्टाफ को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया और उड़ानों को अस्थायी रूप से रोका गया या अन्य टर्मिनलों पर स्थानांतरित किया गया। कड़ी सुरक्षा के बीच तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, किसी तरह की विस्फोटक वस्तु नहीं मिली है। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) शरद सिंघल ने बताया कि, “पूरे हवाई अड्डे की गहन तलाशी ली जा रही है, लेकिन अब तक कोई बम नहीं मिला है।” फिर भी एहतियात के तौर पर सुरक्षा बल और बम डिस्पोजल यूनिट एयरपोर्ट के हर हिस्से की जांच कर रहे हैं।
ईमेल में नाम फर्जी होने की आशंका
धमकी भेजे गए ईमेल की टेक्निकल जांच शुरू कर दी गई है। साइबर सेल और अपराध शाखा की टीमों को सक्रिय कर दिया गया है। अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि ईमेल में दिया गया नाम संभवत: फर्जी है। पुलिस यह भी मान रही है कि यह शरारती तत्वों द्वारा फैलाया गया अफवाह हो सकता है लेकिन किसी भी आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है। ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले महीने ही अहमदाबाद से उड़ान भरने के बाद एयर इंडिया का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उस हादसे के बाद से ही एयरपोर्ट और विमानों की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई थी। ऐसे में एक महीने के भीतर दो गंभीर घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है।
एयरपोर्ट पर माहौल तनावपूर्ण
धमकी भरे ईमेल के बाद एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों में भय और बेचैनी देखी गई। सोशल मीडिया पर कुछ यात्रियों ने वीडियो और फोटो शेयर कर सुरक्षा की चिंताओं को व्यक्त किया। एयरपोर्ट प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से दूर रहें और प्रशासन के साथ सहयोग करें। सुरक्षा एजेंसियां ईमेल की उत्पत्ति और भेजने वाले व्यक्ति या संगठन की पहचान में जुटी हैं। साइबर विशेषज्ञों के अनुसार, जल्द ही ईमेल का स्रोत पता लग सकता है। अधिकारियों का कहना है कि “यदि यह किसी की शरारत है, तो उसे सख्त कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”
चौकसी और सुरक्षा की फिर से समीक्षा की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि हवाई अड्डों की सुरक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की चूक की कोई गुंजाइश नहीं है। भले ही यह धमकी फर्जी साबित हो, लेकिन इस तरह की घटनाएँ बताती हैं कि देश के महत्वपूर्ण संस्थानों को हमेशा उच्चतम स्तर की निगरानी और सुरक्षा की ज़रूरत है। प्रशासन को अब न केवल घटना की जांच करनी होगी, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।
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