Ahmedabad Jagannath Yatra: गुजरात के अहमदाबाद शहर में आयोजित हो रही 148वीं जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान एक अप्रत्याशित घटना से अफरा-तफरी मच गई। यात्रा की भीड़ और उत्सव के माहौल के बीच, डीजे की तेज आवाज ने हाथियों को परेशान कर दिया। बताया गया कि तेज ध्वनि से एक हाथी बेकाबू हो गया, और फिर उसके पीछे अन्य हाथी भी घबरा गए, जिससे तीन हाथी अनियंत्रित होकर दौड़ने लगे। इस भगदड़ में तीन से चार लोग घायल हो गए।
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खाड़िया क्षेत्र में हाथियों ने मचाई भगदड़
अहमदाबाद की इस ऐतिहासिक यात्रा का मार्ग खाड़िया इलाके से भी गुजरता है। यही वह स्थान था जहां यह घटना कैमरे में कैद हो गई और सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक हाथी डीजे की तेज आवाज से भड़क गया और दौड़ने लगा। उसके पीछे-पीछे दो अन्य हाथी भी नियंत्रण से बाहर हो गए। कुल मिलाकर, यात्रा में शामिल 5-6 हाथियों के बेकाबू होने की सूचना है, जिनमें से तीन ने खाड़िया की तंग गलियों में दौड़ना शुरू कर दिया।
लोगों में दहशत, लेकिन टली बड़ी दुर्घटना
जब हाथी दौड़ने लगे, तो हजारों की भीड़ में भगदड़ की स्थिति बन गई। लोग इधर-उधर भागने लगे ताकि हाथियों के रास्ते से हट सकें। अफरा-तफरी में तीन-चार लोग घायल हो गए, जिनमें एक मीडियाकर्मी भी शामिल है। सौभाग्यवश, किसी को गंभीर चोट नहीं आई। लोगों ने समय रहते एक-दूसरे को सतर्क किया और घायलों को हाथियों से दूर कर लिया गया।
वन विभाग और महावतों की सूझबूझ से नियंत्रण में आए हाथी
जगन्नाथ यात्रा में गजराजों की अहम भूमिका होती है, इसलिए हर हाथी के साथ एक महावत और वन विभाग की टीम तैनात रहती है। जैसे ही हाथी अनियंत्रित हुए, वन विभाग की टीम ने तुरंत हरकत में आते हुए स्थिति को संभाला। टीम के पास ट्रैंक्विलाइज़र गन और अन्य उपकरण मौजूद थे। महावतों और वनकर्मियों की टीम ने करीब 15 मिनट के प्रयास के बाद हाथियों को काबू में कर लिया।
यात्रा को थोड़ी देर के लिए रोका गया
हाथियों के बेकाबू होने के बाद, सुरक्षा कारणों से रथयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया। एहतियातन 108 एंबुलेंस सेवा को मौके पर बुलाया गया और घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। स्थिति सामान्य होने के बाद यात्रा को दोबारा शुरू किया गया।

