Ahmedabad Plane Crash: महाराष्ट्र के डोंबिवली की रहने वाली 26 वर्षीय रोशनी राजेंद्र सोंघरे का बचपन से सपना था आसमान में उड़ने का। एयर होस्टेस बनने की चाहत उन्हें एक छोटे से 10×10 के कमरे से एयर इंडिया की फ्लाइट तक ले गई। लेकिन यह सपना जानलेवा बन गया जब अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में उनकी मौत हो गई।
पिता ने दिए पंख, बेटी ने भरी उड़ान
बताते चले कि, रोशनी के पिता राजेंद्र धोंडू सोंघरे एक तकनीशियन हैं। सीमित साधनों के बावजूद उन्होंने कभी बेटी के सपनों को छोटा नहीं पड़ने दिया। रोशनी की मेहनत रंग लाई और दो साल पहले उसने एयर होस्टेस की नौकरी पाई। स्पाइसजेट में दो साल काम करने के बाद उसने एयर इंडिया जॉइन किया था।
गांव जाकर कुलदेवता के किए थे दर्शन
आपको बता दे कि, प्लेन हादसे से महज दो दिन पहले रोशनी अपने गांव गई थी। वहां अपने दादा-दादी, चाचा-चाची से मिली और गांव के मंदिर में कुलदेवता के दर्शन भी किए। गांव से लौटने के तुरंत बाद उसने लंदन की फ्लाइट के लिए उड़ान भरी। परिवारवालों ने बताया कि इस साल उसके लिए रिश्ता देखने की भी योजना थी।
परिवार को नहीं लगी हादसे की भनक
रोशनी के मामा ने बताया कि उनकी मां को अभी तक इस हादसे की जानकारी नहीं दी गई है क्योंकि उन्हें ब्लड प्रेशर की दिक्कत है। वहीं, उसका छोटा भाई विग्नेश फिलहाल नेवी में तैनात है और समुद्र में ड्यूटी पर है। ऐसे में रोशनी के पिता और बड़े भाई ही अहमदाबाद शव लेने पहुंचे हैं। रोशनी के पिता ने जानकारी दी कि हादसे के बाद एयर इंडिया की ओर से अब तक उन्हें कोई आधिकारिक कॉल नहीं आया है। हालांकि, एयर इंडिया के कुछ सहकर्मी अपने परिवारों के साथ अहमदाबाद पहुंचे हैं और परिवार को सांत्वना दे रहे हैं। इस रवैये से परिवार आहत और दुखी है।
तीन लोगों का छोटा-सा परिवार अब अधूरा
रोशनी का परिवार बहुत छोटा सा है. पिता राजेंद्र (50), मां शोभा (45), और छोटा भाई विग्नेश (23)। यह हादसा उनके लिए किसी भी सपने के टूटने से कहीं अधिक है। उनकी सबसे बड़ी उम्मीद और गर्व की वजह अब सिर्फ यादों में रह गई है।
‘स्काई लव्स हर’—जहां आसमान से था प्यार
रोशनी सोंघरे की फ्लाइट अटेंडेंट की नौकरी सिर्फ करियर नहीं, बल्कि उनकी मोहब्बत थी। उन्हें उड़ान से बेहद लगाव था। वह जहां भी जाती थीं, इंस्टाग्राम पर अपनी यात्रा की झलकियां साझा करती थीं। उनके अकाउंट ‘Sky Loves Her’ पर 54,000 से अधिक फॉलोअर्स थे। वह ट्रैवल व्लॉग्स और फ्लाइट डायरीज़ से अपने जीवन के पलों को साझा करती थीं।
रोशनी की कहानी सिर्फ एक हादसे की खबर नहीं, बल्कि सपनों, संघर्षों और अधूरी उड़ानों की मार्मिक दास्तां है। आसमान को छूने की तमन्ना में वह उस उड़ान का हिस्सा बनी, जो कभी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंची।