Air India plane crash Report:अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI‑171 ने 12 जून को टेक‑ऑफ के कुछ ही मिनटों में दुर्घटना का सामना किया और एक मेडिकल हॉस्टल बिल्डिंग से टकराकर जमीन पर गिर गई। इस दर्दनाक हादसे में कुल 270 लोगों की जान चली गई, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत 241 यात्री व क्रू सदस्य शामिल थे। केवल एक यात्री ही जिंदा बच पाया।फ्लाइट के उड़ान भरने के अगले ही दिन, एफ़डीआर (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) मिलने से जांच में महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। इसके एक दिन बाद, सीवीआर (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) भी बरामद हो गया। इस प्रारंभिक जानकारी के आधार पर एआईबीआई (विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है।
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रिपोर्ट में उठाए गए मुख्य बिंदु
रिपोर्ट में कहा गया है कि टेक‑ऑफ के दौरान इमरजेंसी स्थिति उत्पन्न हुई और पायलट ने “फ्यूल स्विच” को संभवतः कट‑ऑफ स्थिति में दबा दिया, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए। कॉकपिट रिकॉर्डिंग से यह भी संकेत मिलता है कि एक पायलट दूसरे से कहता है, “तुमने क्यों बंद किया?” जबकि दूसरा जवाब देता है, “मैने नहीं किया।”अब तक की जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि इमरजेंसी पावर के लिए रैम एयर टर्बाइन (RAT) स्वतः सक्रिय हुआ। पायलटों ने दोबारा इंजन स्टार्ट करने की कोशिश की, जिसमें एक इंजन आंशिक रूप से सक्रिय हुआ, लेकिन दूसरा पूरी तरह शुरू नहीं हो पाया।
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जांच में बनी संदिग्ध स्थितियाँ और अनसुलझे सवाल
- हालांकि प्रारंभिक रिपोर्ट में कई तकनीकी निष्कर्ष सामने आए हैं, पर तय तौर पर ये सवाल अब भी अधूरे हैं:
- फ्यूल कट‑ऑफ स्विच क्यों दबा रहा? — क्या यह पायलट की गलती थी, तकनीकी खराबी, या कोई सॉफ्टवेयर त्रुटि?
- कॉकपिट में क्या माहौल था? — रिकॉर्डिंग से क्या सभी सहकर्मी-संवाद स्पष्ट हैं?
- रैम एयर टर्बाइन कब और कैसे सक्रिय हुआ? — क्या सिस्टम तुरंत सक्रिय हो गया या देरी का कोई संकेत मिला?
- कॉकपिट थ्रस्ट लीवर किस स्थिति में मिले? — टेक‑ऑफ थ्रस्ट था या डिस्कनेक्ट स्थिति में?
- FAA की पुराने सलाह का एआई उपयोग हुआ? — क्या उस सलाह का पालन किया गया था, रिपोर्ट में कहा गया था कि पुराने FAA नोटिस में संभावित खराबी की बात थी।
- इन तकनीकी और प्रक्रिया-संबंधी बिंदुओं का सुलझना महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे ही भविष्य में ऐसे हादसे रोकने के उपाय बनाए जा सकते हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय जांच और सहयोग
चूंकि निशान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का है, जिसे अमेरिकी कंपनी ने बनाया है, इसलिए NTSB (राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड, अमेरिका) भी स्वतंत्र रूप से जांच में शामिल हुआ है। भारतीय एआईबीआई और प्राधिकरण एनटीएसबी के बीच सहयोग जारी है ताकि जांच निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ सके।
समाज में शोक और स्मारक पहल
उपद्रवी दुर्घटना के एक महीने पूरे होने पर, कुछ स्थानों पर पीड़ितों की याद में श्रद्धांजलि दी गई। अहमदाबाद के एक समुद्र तट पर विमान के शहीदों की याद में मूर्ति और पुष्पांजलि समारोह आयोजित हुए। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें “वो लोग, जिनका सफर अधूरा रह गया” कहकर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
जांच जारी, जवाबों की राह में हैं सभी
एआईबीआई की प्रारंभिक रिपोर्ट ने हादसे की गम्भीरता और कुछ तकनीकी पहलुओं को प्रकाश में लाया है, लेकिन कई ऐसे प्रश्न अभी भी अनसुलझे हैं जिनके जवाब पहियों जैसे मुद्दों की दिशा तय करेंगे।
- क्या यह मानव गलती थी या सिस्टम की कमी?
- क्या FAA की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया?
- RAT सिस्टम की प्रतिक्रिया समय में कोई चूक हुई?

