Akhilesh Yadav Ayodhya Visit: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर के दर्शन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने संकेत दिए कि वह राम मंदिर के दर्शन इटावा के श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद करेंगे। यह बयान उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने आस्था और दर्शन के दृष्टिकोण के बारे में बात की।
Akhilesh Yadav Ayodhya Visit: इटावा के केदारेश्वर महादेव मंदिर का काम पूरा होने पर करेंगे दर्शन
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, “पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है। ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे।” उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके लिए मंदिरों के दर्शन का मार्ग ईश्वर की इच्छा से निर्धारित होता है और वह ईश्वर की मार्गदर्शना के अनुसार ही यात्रा करेंगे।
Akhilesh Yadav Ayodhya Visit: दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा को मानते हैं प्रमुख मार्ग
अखिलेश ने दर्शन और आस्था के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरने वाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही मार्ग बनाती है, वही बुलाती है। सच तो ये है कि हम सब तो ईश्वर के बनाए मार्ग पर बस चलकर जाते हैं। आस्थावान रहें, सकारात्मक रहें।” इस बयान के माध्यम से उन्होंने आस्था को एक ऐसी शक्ति के रूप में प्रस्तुत किया, जो व्यक्ति को जीवन में मार्गदर्शन देती है।
पूर्णता ही पूर्णता की ओर ले जाती है।
ईश्वरीय प्रेरणा से इटावा में निर्माणाधीन ‘श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर’ के पूर्ण होने पर अन्य मंदिरों के दर्शन का संकल्प भी पूर्ण करेंगे।
आस्था जीवन को सकारात्मकता और सद्भाव से भरनेवाली ऊर्जा का ही नाम है। दर्शन के लिए ईश्वरीय इच्छा ही…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 25, 2025
राम मंदिर के धर्मध्वजा फहराए जाने पर दिए संकेत
अखिलेश यादव ने यह बयान उस दिन दिया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा फहराया था। इसके साथ ही राम मंदिर का निर्माण औपचारिक रूप से पूरा हो गया है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। अखिलेश यादव ने इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया में धर्मध्वजा के फहराए जाने का जिक्र किया और इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक घटना बताया।
बीजेपी नेताओं द्वारा अखिलेश पर निशाना
राम मंदिर के उद्घाटन और धर्मध्वजा फहराए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने अक्सर अखिलेश यादव को निशाने पर लिया है। वे यह सवाल उठाते रहे हैं कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अभी तक राम मंदिर के दर्शन के लिए क्यों नहीं गए। बीजेपी के नेता उनकी इस खामोशी पर लगातार आलोचना करते रहे हैं, लेकिन अखिलेश ने इस आलोचना का शांतिपूर्ण तरीके से जवाब दिया और ईश्वर की प्रेरणा को अपना मार्गदर्शक बताया।
अखिलेश यादव की धार्मिक दृष्टिकोण और राजनीति
अखिलेश यादव का यह बयान उनके धार्मिक दृष्टिकोण और राजनीतिक स्थिति का प्रतीक बन गया है। समाजवादी पार्टी के नेता का यह भी कहना है कि उनका दर्शन ईश्वर की इच्छा से प्रेरित होगा, न कि किसी राजनीतिक दबाव से। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि उन्होंने राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखा है, और वह केवल आस्थावान तरीके से अपने कदम बढ़ाना चाहते हैं।यह बयान समाज में आस्था और धर्म के प्रति उनकी सोच को व्यक्त करता है, वहीं दूसरी ओर, भाजपा और अन्य राजनीतिक दलों के साथ उनके संबंधों को लेकर भी यह बयान चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
