Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। उन्होंने पूछा कि जब चुनाव करीब हैं, तभी 8 करोड़ मतदाताओं की नई वोटर लिस्ट क्यों बनाई जा रही है? मतदाताओं से एक महीने में जन्म प्रमाण पत्र मांगना कितना व्यवहारिक है?
ब्रजेश पाठक पर तीखा तंज
बिना नाम लिए उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक पर हमला करते हुए अखिलेश ने कहा कि कुछ लोग दिन-रात मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। उन्होंने कटाक्ष किया, “कोई अस्पताल ऐसी दवा बना दे, जिससे वह मुख्यमंत्री बन जाएं।”अखिलेश यादव ने प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेजों में मानकों के अनुसार प्रोफेसर और टेक्नीशियन तक नहीं हैं। उन्होंने यह बयान लखनऊ में समाजवादी व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल का हालचाल लेने के दौरान दिया।
JPNIC विवाद पर योगी सरकार को घेरा
JPNIC (जवाहर पेरिनेटल न्यूबॉर्न इंटेंसिव केयर) संस्थान को लेकर अखिलेश ने कहा कि अगर कैबिनेट के फैसले बार-बार बदले जाएंगे, तो यह खतरनाक परंपरा बन जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस संस्थान को बेचने की कोशिश में है, जबकि वे खुद इसके संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे हैं।
अंसल योजना पर आरोप
अखिलेश यादव ने अंसल क्षेत्र की ऊंची इमारतों का जिक्र करते हुए कहा कि यह नेताजी (मुलायम सिंह यादव) की दूरदर्शिता थी, जिन्होंने गरीबों को घर दिलाने के लिए अंसल को 3,000 एकड़ जमीन का लाइसेंस दिया था। लेकिन अब वह योजना महंगी हो गई है और आम आदमी का घर खरीदना मुश्किल हो गया है।
“भाजपा को सीसीटीवी से डर क्यों लगता है?”
भाजपा की नीतियों पर व्यंग्य करते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा को सीसीटीवी कैमरे से डर लगता है क्योंकि उससे उनकी हर चोरी रिकॉर्ड हो जाती है। उन्होंने कांवड़ यात्रा और वैदिक परंपराओं को लेकर भी सरकार की नाकामी गिनाई। उन्होंने कहा कि 9 सालों में एक भी सुरक्षित कांवड़ कॉरिडोर नहीं बना, सिर्फ QR कोड बनाने का दिखावा किया गया।
शिक्षा विरोधी नीति का आरोप
अखिलेश ने भाजपा पर शिक्षा को महंगा करने की साजिश का आरोप लगाया और कहा कि गरीब परिवार अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने ऐलान किया कि 15 अगस्त 2025 को सपा नेता उन गांवों में स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे जहां स्कूलों को बंद किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने लगभग 5,000 प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है। अखिलेश यादव ने एक बार फिर योगी सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला, जहां उन्होंने चुनाव आयोग की निष्पक्षता, शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं और कांवड़ यात्रा को लेकर गंभीर सवाल उठाए। साथ ही भाजपा की कार्यप्रणाली को लोकतंत्र विरोधी करार देते हुए कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों में मुकाबला करने का आह्वान किया।
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