Lucknow News: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव का 9 नवंबर को जन्मदिन है। इस मौके पर उन्हें देशभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की बधाई ने बिहार की राजनीति में नई चर्चा को जन्म दे दिया है। अखिलेश यादव ने न केवल तेजस्वी को जन्मदिन की बधाई दी, बल्कि उन्हें “बिहार का अगला मुख्यमंत्री” बताते हुए शपथ लेने की शुभकामनाएं भी दीं।
Prof Rajaraman Death: कंप्यूटर साइंस के पितामह राजारमन ने 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
सोशल मीडिया पर साझा की भावुक पोस्ट

अखिलेश यादव ने रविवार सुबह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजस्वी यादव के लिए एक विशेष संदेश साझा किया। उन्होंने लिखा, “बिहार के जनप्रिय ‘नौकरी-नायक’ युवा नेता तेजस्वी यादव को जन्मदिन की हार्दिक बधाई और बिहार के आगामी मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने की अनंत शुभकामनाएं!” इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, क्योंकि अब तक किसी अन्य बड़े नेता ने इस तरह से तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद के लिए सार्वजनिक समर्थन नहीं दिया था।
बीजेपी पर निशाना
अखिलेश यादव की इस पोस्ट को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर एक राजनीतिक तंज के रूप में भी देखा जा रहा है। उन्होंने यह संदेश देकर यह दिखाने की कोशिश की है कि विपक्षी गठबंधन पूरी तरह एकजुट है और तेजस्वी यादव को नेतृत्व के लिए सर्वसम्मति प्राप्त है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब बिहार विधानसभा चुनावों का माहौल गर्म है और सभी दल अपनी रणनीति को धार दे रहे हैं।
बिहार में सपा की सक्रियता
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी का बिहार में कोई उम्मीदवार नहीं है, फिर भी अखिलेश यादव और उनकी पार्टी के नेता महागठबंधन के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। अकेले अखिलेश यादव अब तक 20 से अधिक रैलियां कर चुके हैं और 9 नवंबर को भी चार रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। हर रैली में वे जनता से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की अपील कर रहे हैं। वे अपने भाषणों में कहते हैं कि तेजस्वी के नेतृत्व में बिहार के युवाओं को रोजगार मिलेगा और राज्य में विकास की नई दिशा तय होगी।
तेजस्वी के नेतृत्व पर विपक्ष में एकमत
अखिलेश यादव की बधाई और प्रचार शैली यह संकेत देती है कि विपक्षी दलों में तेजस्वी यादव के नेतृत्व को लेकर कोई मतभेद नहीं है। जिस तरह से सपा प्रमुख ने व्यक्तिगत रूप से तेजस्वी को समर्थन दिया है, वह महागठबंधन की एकजुटता और साझा उद्देश्य को दर्शाता है। यह बयान न केवल तेजस्वी के लिए एक नैतिक समर्थन है, बल्कि बिहार की जनता के बीच एक स्पष्ट संदेश भी है कि विपक्ष उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहता है।
Uttarakhand Day 2025: उत्तराखंड स्थापना दिवस आज, जानें राज्य का पूरा इतिहास…
