Akhilesh Yadav का बड़ा बयान, कहा- अमेरिका से रिश्ते बिगड़ गए, भाजपा चुप क्यों?

Chandan Das
Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमेरिका के साथ भारत के बढ़ते तनाव को लेकर सत्ताधारी भाजपा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे महाशक्ति देश से भारत के संबंध और गहरे होने चाहिए थे, लेकिन हाल के दिनों में यह रिश्ता बिगड़ गया है। इस पर भाजपा और उसके सहयोगी मौन हैं, जो चिंताजनक है।

अमेरिका ने लगाया टैरिफ, भारत को नुकसान

अखिलेश यादव ने इटावा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “अमेरिका ने भारत से आने वाले सामान और व्यापार पर टैरिफ लगाया है। इससे भारतीय व्यापारियों और किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। भारत के लिए अमेरिका के साथ अच्छे संबंध आर्थिक विकास और सामरिक सहयोग के लिए जरूरी हैं, लेकिन फिलहाल ये संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।”उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ लगाने से भारतीय वस्त्र, कृषि उत्पाद और तकनीकी उपकरणों की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे घरेलू बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे नौकरी, व्यापार और आर्थिक विकास पर भी विपरीत असर पड़ सकता है।

भाजपा और उसके सहयोगी चुप्पी साधे हुए हैं

अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियां इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बोलने से कतरा रही हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा के किसी साथी नेता ने इस टैरिफ को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी होगी। यह सवाल उठता है कि जब देश के हितों को चुनौती मिल रही हो तो सरकार की नीति क्या है? इसे लेकर जनता को जवाब चाहिए।” उनका मानना है कि सरकार को चाहिए कि वह अमेरिका के साथ व्यापारिक मतभेदों को सुलझाने के लिए तुरंत कदम उठाए और भारतीय व्यापारियों के हितों की रक्षा करे।

भारत-अमेरिका संबंधों की महत्ता

अखिलेश यादव ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच संबंध सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह रणनीतिक साझेदारी भी है। सुरक्षा, तकनीकी और ऊर्जा क्षेत्रों में सहयोग से दोनों देशों को लाभ होता है। इसलिए यह जरूरी है कि दोनों देशों के बीच बेहतर संवाद और भरोसा कायम रहे।” उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वे अमेरिका के साथ संबंध सुधारने के लिए कूटनीतिक प्रयास तेज करें ताकि भारत के हितों को नुकसान न हो।

आर्थिक नीतियों पर सवाल

समाजवादी पार्टी प्रमुख के इस बयान से यह साफ़ होता है कि विपक्ष केंद्र की आर्थिक नीतियों और विदेश नीति को लेकर सवाल उठा रहा है। बढ़ते व्यापारिक तनाव और टैरिफ के कारण घरेलू बाजार पर दबाव बढ़ने की आशंका से विपक्षी दल खासे चिंतित हैं।

अखिलेश यादव ने अमेरिका के साथ व्यापारिक तनाव और टैरिफ के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार की चुप्पी पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि भारत को वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक और राजनीतिक स्थिति मजबूत बनाए रखने के लिए अमेरिका जैसे महत्वपूर्ण देश से बेहतर संबंध बनाए रखने होंगे। साथ ही, सरकार को व्यापारिक नीतियों में पारदर्शिता लानी होगी और आम जनता के हितों की रक्षा करनी होगी।

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