Akshaya Tritiya 2025: हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे त्योहार पड़ते हैं लेकिन अक्षय तृतीया को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर साल वैशाख माह में पड़ता है। इस दिन को खरीदारी के लिए बेहद ही शुभ बताया गया है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन अगर सोने चांदी व अन्य कीमती चीजों की खरीदारी की जाए तो धन में चार गुना वृद्धि होती है। साथ ही इस दिन लक्ष्मी पूजा का भी विधान होता है।
पंचांग के अनुसार अभी वैशाख का महीना चल रहा है और इस माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया का त्योहार मनाया जाता है। जो कि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना के लिए उत्तम माना गया है।
इस दिन को अबूझ मुहूर्त कहा जाता है यानी अक्षय तृतीया पर बिना मुहूर्त देखें किसी भी शुभ कार्य को किया जा सकता है। अक्षय तृतीया के दिन अगर शुभ मुहूर्त में दीपक जलाया जाए तो घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो हम आपको बता रहे हैं कि अक्षय तृतीया के दिन किस मुहूर्त में दीपक जलाना उत्तम रहेगा।
इस मुहूर्त में जलाएं दीपक
अक्षय तृतीया के दिन गोधूली बेला में दीपक जलाना बेहद ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि गोधूलि बेला शाम का समय होता है। 30 अप्रैल को गोधूली बेला का मुहूर्त शाम 6 बजकर 55 मिनट से आरंभ हो जाएगा। वही इस मुहूर्त का समापन शाम 7 बजकर 16 मिनट पर होगा। वहीं शास्त्रों में गोधूलि बेला में पूजा पाठ करना और मांगलिक कार्य करना बेहद ही शुभ माना जाता है। इस बेला को मंगल बेला के नाम से जाना जाता है।
अक्षय तृतीया पर न करें ये काम
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन इस दिन भूलकर भी प्लास्टिक, एल्युमिनियम या स्टील के बर्तन या वस्तुओं को नहीं खरीदना चाहिए। मान्यता है कि इन चीजों की खरीदारी करने से घर में नकारात्मकता और दरिद्रता आती है। इस दिन धन का उधार लेन देन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है।
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