Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 2025 इस वर्ष भी पूरी आस्था और शांति के साथ जारी है। 3 जुलाई से शुरू हुई यह पवित्र तीर्थयात्रा हर दिन हज़ारों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। अब तक 90,000 से अधिक भक्त अमरनाथ गुफा में भगवान शिव के दर्शन कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और पूरे रास्ते पर सुरक्षा और सुविधा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
भक्तों की निरंतर आवाजाही

मंगलवार को एक और जत्था, जिसमें 7,541 तीर्थयात्री शामिल थे, कश्मीर घाटी के लिए रवाना हुआ। यह जत्था जम्मू के भगवती नगर यात्री निवास से दो सुरक्षा काफिलों के माध्यम से आगे बढ़ा। पहला काफिला सुबह 2:55 बजे, जिसमें 3,321 यात्री और 148 वाहन थे, बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ। दूसरा काफिला सुबह 4:03 बजे, जिसमें 4,220 यात्री और 161 वाहन शामिल थे, नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर की ओर रवाना हुआ।
सुरक्षा प्रबंधन
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) ने इस यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए हर स्तर पर मजबूत सुरक्षा और प्रबंधन व्यवस्था की है। भगवती नगर से लेकर पवित्र गुफा तक हर ट्रांजिट शिविर और पड़ाव पर सुरक्षा बल तैनात हैं। 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र, इस बार यात्रा को बहुस्तरीय सुरक्षा कवरेज दिया गया है। खास बात यह रही कि स्थानीय कश्मीरियों ने इस बार भी यात्रियों का दिल से स्वागत किया और पहले जत्थे का पारंपरिक तरीके से मालाओं और तख्तियों से अभिनंदन किया।
दो मुख्य मार्ग और यात्रा की अवधि
इस साल अमरनाथ यात्रा 38 दिनों तक चलेगी और 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगी। यह समापन श्रावण पूर्णिमा और रक्षा बंधन के दिन होगा, जो इस यात्रा को और भी खास बनाता है।
भक्तों के लिए दो रास्ते उपलब्ध
पारंपरिक पहलगाम मार्ग
आपको बता दें कि यह मार्ग 46 किमी लंबा है, जिसमें चंदनवाड़ी, शेषनाग और पंचतरणी से होते हुए गुफा मंदिर तक पहुंचा जाता है। जिसमें कुल चार दिन लगते हैं।
बालटाल मार्ग
यह अपेक्षाकृत छोटा रास्ता है, जिसमें सिर्फ 14 किमी की दूरी तय करनी होती है और तीर्थयात्री उसी दिन लौट भी सकते हैं।


