Amarnath Yatra 2025: तीन जुलाई से शुरू होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा इस साल पर्यावरणीय और सुरक्षा सुधारों के साथ होगी। यात्रा मार्ग से लेकर पवित्र गुफा तक के क्षेत्र में अब श्रद्धालुओं को जनरेटरों के शोर और प्रदूषण का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस बार यात्रा में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भूमिगत केबलिंग के माध्यम से ग्रिड कनेक्टिविटी बहाल की जाएगी। इससे न केवल प्रदूषण में कमी आएगी बल्कि यात्रा मार्ग की सुंदरता भी बनी रहेगी।
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प्रशासन की तैयारियां तेज, 38 दिन तक चलेगी यात्रा

आपको बता दे कि, इस वर्ष की अमरनाथ यात्रा 38 दिनों तक चलेगी जो 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी। प्रशासन ने इस बार यात्रा के दौरान सुविधाओं और सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में काम तेजी से चल रहा है और सभी विभागों को आपसी समन्वय बनाए रखने की हिदायत दी गई है।
मशीनों का लिया जा रहा सहारा
बिजली निगम के कर्मचारी और श्रमिक दोनों यात्रा मार्ग पर पवित्र गुफा तक बिजली का ढांचा स्थापित करने में जुटे हुए हैं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि यात्रा शुरू होने से पहले पूरी बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित कर लिया जाएगा। इस काम को पूरा करने के लिए श्रमिकों के साथ-साथ आधुनिक मशीनों का भी सहारा लिया जा रहा है।
यात्रा के दौरान सुरक्षा उपायों में भी होंगे महत्वपूर्ण सुधार

अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रशासन ने सुरक्षा उपायों में भी सुधार किए हैं ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा बिना किसी परेशानी के संपन्न हो सके। यात्रा के दौरान विभिन्न एजेंसियां और सरकारी विभाग एक साथ मिलकर काम करेंगे ताकि यात्रा को सुरक्षित और सुचारु बनाया जा सके।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
श्री अमरनाथ यात्रा का आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व होने के साथ-साथ यह स्थानीय व्यवसायों के लिए भी एक बड़ी आर्थिक संजीवनी है। सरकार ने इस साल की यात्रा के माध्यम से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है, ताकि स्थानीय लोगों को इसका अधिक लाभ मिल सके। यह कदम स्थानीय व्यवसायों को मजबूती देने और अधिक रोजगार अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है।
कब से हो रही यात्रा की शुरुआत ?

श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की 48वीं बैठक में इस साल की यात्रा की तारीखों का ऐलान किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने की। इस साल यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और 9 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन संपन्न होगी। यात्रा दोनों प्रमुख मार्गों से शुरू होगी – एक अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक से और दूसरा गांदरबल जिले के बालटाल मार्ग से।
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