Dularchand Murder Case: अनंत सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत,  फिर बेऊर जेल पहुंचे ‘छोटे सरकार’

दुलारचंद हत्याकांड मामले में बाहुबली नेता अनंत सिंह को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया है। अनंत सिंह तीन महीने बाद दोबारा जेल पहुंचे हैं। वहीं, मृतक आरजेडी नेता दुलारचंद के पोते रविरंजन ने बाहुबली की फांसी की मांग करते हुए एक तीखी टिप्पणी की है, जिससे बिहार की राजनीति गरमा गई है।

Chandan Das
Annat Singh

Dularchand Murder Case: मोकामा में RJD नेता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में शनिवार देर रात पटना पुलिस ने जदयू उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उन्हें ब्लैक स्कॉर्पियो में लेकर पटना सिविल कोर्ट पहुंचाया, जहां CJM कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया।

गिरफ्तारी का क्रम

पुलिस टीम ने लगभग 150 जवानों के साथ बाढ़ थाना क्षेत्र के बेढ़ना, कारगिल चौक स्थित अनंत सिंह के घर पर छापा मारा। इस कार्रवाई का नेतृत्व पटना SSP कार्तिकेय शर्मा ने किया। बताया जा रहा है कि अनंत सिंह रातभर पुलिस की कड़ी निगरानी में रंगदारी सेल में रहे, और उन्होंने घटना के वक्त अपनी सफाई देते हुए कहा, “मैं काफिले से आगे निकल चुका था, पीछे क्या हुआ मुझे पता नहीं।”

पिछली जेल रिहाई

अनंत सिंह को इस साल 6 अगस्त को बेउर जेल से रिहा किया गया था, यानी गिरफ्तार होने से लगभग तीन महीने पहले ही वह जेल से बाहर आए थे। उनकी नई गिरफ्तारी ने बिहार की राजनीति में फिर से हलचल मचा दी है।

पीड़ित परिवार की प्रतिक्रिया

दुलारचंद यादव के पोते नीरज कुमार ने कहा कि अनंत सिंह को फांसी की सजा मिलने के बाद वे दादा का ब्राह्मभोज आयोजित करेंगे। उन्होंने अदालत से जल्द से जल्द निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद जताई।

राजनैतिक प्रतिक्रियाएँ

मोकामा से जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह एक अच्छा कदम है, लेकिन कार्रवाई पहले होनी चाहिए थी। अनंत सिंह के खिलाफ FIR उसी समय दर्ज हो गई थी, और उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाना चाहिए था। हालांकि, देर आए दुरुस्त आए।”जदयू की ओर से इस मामले को लेकर कोई राजनीतिक बयान नहीं आया, लेकिन पार्टी ने साफ किया है कि कानून अपना काम करेगा और गिरफ्तारी पूरी प्रक्रिया के तहत हुई है।

कानूनी प्रक्रिया

पटना CJM कोर्ट ने अनंत सिंह को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजते हुए कहा कि अधिकारियों को मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। पुलिस ने मामले की जांच में सभी कानूनी प्रोटोकॉल का पालन करने की पुष्टि की है।

भविष्य का असर

अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है, विशेषकर आगामी चुनावी माहौल को देखते हुए। यह कदम कानून व्यवस्था पर सवाल उठाने वालों के लिए एक संदेश माना जा रहा है। सुरक्षा बलों और प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, और सभी राजनीतिक दलों को शांतिपूर्ण व्यवहार बनाए रखने के लिए कहा गया है।मोकामा हत्याकांड में बाहुबली अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने बिहार में कानून और राजनीति दोनों के बीच संतुलन की दिशा में एक अहम कदम साबित किया है। अब सबकी नजरें जांच और न्यायिक प्रक्रिया पर टिकी हैं।

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