Apara Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व होता है, लेकिन एकादशी व्रत को बेहद ही खास माना गया है जो कि जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है।
इस दिन भक्त भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं इस शुभ दिन पर लक्ष्मी नारायण की साधना आराधना करने से जीवन की सारी परेशानियों और दुखों का निवारण हो जाता है।

इस बार अपरा एकादशी का व्रत 23 मई को किया जाएगा। इस दिन कई सारे नियमों का पालन करना होता है, ऐसे में हम आपको अपने इस लेख द्वारा अपरा एकादशी के नियम बता रहे हैं, तो आइए जानते हैं।
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अपरा एकादशी के जरूरी नियम
चावल है वर्जित
आपको बता दें कि किसी भी एकादशी तिथि पर भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन चावल का सेवन करने से जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
तामसिक चीजों का सेवन
एकादशी के दिन गलती से भी मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन तामसिक चीजों से दूरी बनाकर रखें वरना भगवान नाराज़ हो सकते हैं।
जल अर्पित करना है मना
एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी पर जल अर्पित नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो सकती हैं।
तुलसी पत्ते तोड़ने से बचें
अपरा एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने से चाहिए। पूजा के लिए एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़कर अपने पास रख लें। माना जाता है कि ऐसा करने से लक्ष्मी कृपा प्राप्त नहीं होती है।
तुलसी बिना अधूरा भोग
भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है ऐसे में अगर आप एकादशी के दिन प्रभु को भोग अर्पित कर रहे हैं तो उसमें तुलसी दल जरूर शामिल करें। ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होकर कृपा करते हैं।
क्रोध
एकादशी के दिन भूलकर भी क्रोध नहीं करना चाहिए, माना जाता है कि इस दिन क्रोध करने से जीवन में नकारात्मकता बढ़ती है और कष्टों का भी सामना करना पड़ता है।

ब्रह्मचर्य का पालन
अपरा एकादशी की तिथि पर व्रत रखा है तो भी और नहीं रखा फिर भी ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें। वरना जीवनभर कष्ट उठाना पड़ सकता है।
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