Arizona plague death : 19वीं सदी में एक महामारी ने पुरे विश्व को भयभीत कर दिया था। खासतौर पर यूरोप में प्लेग ने मौत का दुसरा रुप धारण कर लिया था। दुनिया भर में 15 मिलीयन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी । इस भयानक महामारी ने पूरे यूरोप को तबाह कर दिया था। इतिहास में इसे ‘ब्लैक डेथ’ के नाम से जाना जाता है। पीढ़ी दर पीढ़ी उस ज़ख्म को सहना पड़ा। यूरोप की कुल आबादी के 30-60 प्रतिशत लोग उस बीमारी से मर गए।
1896 में प्लेग ने भारत को भी अपनी चपेट में ले लिया। यह अविभाजित भारत के पुणे, कोलकाता और कराची तक फैल गया। विश्व इतिहास में ऐसी महामारियों के कई लिखित संदर्भ मिलते हैं, जो एक आबादी या देश से दूसरे देश में फैलने के बाद तेज़ी से शक्तिशाली हो गईं। प्लेग का मतलब है आतंक। खबर है कि अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से एरिजोना में प्लेग फिर से शुरू हो गया है। एरिजोना के ‘रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र’ (CDC) ने कहा कि एरिजोना के एक निवासी की दुर्लभ न्यूमोनिक प्लेग से मृत्यु हो गई है। हालांकि इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया गया कि उसे किस तरह के लक्षण थे और क्या बीमारी फैली थी।
क्या है प्लेग ?
प्लेग एक जीवाणु जनित रोग है। यह चूहों या मक्खियों द्वारा फैलता है। प्लेग कई प्रकार का होता है। ब्यूबोनिक प्लेग नाम ज्यादा जाना-पहचाना है। यह बीमारी चूहे के मल और शरीर के मल से फैलती है। प्लेग के दो अन्य प्रकार हैं – सेप्टिकमिक प्लेग और न्यूमोनिक प्लेग। सेप्टिकमिक प्लेग पूरे शरीर को संक्रमित करता है, जबकि न्यूमोनिक प्लेग फेफड़ों को संक्रमित करता है। ‘यर्सिनिया पेस्टिस’ नामक एक प्रकार का जीवाणु इस बीमारी के लिए ज़िम्मेदार है। आमतौर पर, यह जीवाणु मक्खियों के ज़रिए मानव शरीर में प्रवेश करता है और सीधे फेफड़ों पर हमला करता है।
सीडीसी ने जारी की चेतावनी
सीडीसी ने कहा कि यह बीमारी मक्खियों से फैलती है। सभी प्रकार के प्लेग में, न्यूमोनिक प्लेग सबसे संक्रामक और जानलेवा है। यह बीमारी संक्रमण के सात दिनों के भीतर फेफड़ों को नष्ट कर सकती है। इतना ही नहीं, यह संक्रमित व्यक्ति से उसके आसपास के लोगों में भी फैल सकता है। न्यूमोनिक प्लेग से श्वसन विफलता, बुखार, सांस लेने में गंभीर तकलीफ और खांसी या खून के साथ थूकने की समस्या हो सकती है। न्यूमोनिक प्लेग पहले इलाज योग्य नहीं था, लेकिन अब इसे एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक किया जा सकता है। हालाँकि, इसके फैलने से पहले ही इसका पता लगाना ज़रूरी है। अन्यथा, रोगी की 24 से 48 घंटों के भीतर मृत्यु हो सकती है।
1970 से 2020 तक, पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी संयुक्त राज्य अमेरिका में प्लेग से लगभग 496 लोगों की मौत हुई है। मेक्सिको में भी प्लेग के मामले पाए गए हैं। इनमें से ज़्यादातर ब्यूबोनिक प्लेग के थे। 2007 के बाद से एरिज़ोना में न्यूमोनिक प्लेग से यह पहली मौत है। यह पता लगाने के लिए जाँच जारी है कि क्या यह बीमारी संक्रमित व्यक्तियों से फैली थी।
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