Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 के प्रमुख मुकाबले भारत और पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को दुबई में होने वाले मैच को लेकर राजनीतिक विवाद ने तूल पकड़ लिया है। महाराष्ट्र की शिवसेना (यूबीटी) ने इस मैच के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है, जिसका समर्थन समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी किया है। सपा के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों के साथ मैच को लेकर कड़ा रुख अपनाया है और इसे “देशद्रोह” तक करार दिया है।
समाजवादी पार्टी का कड़ा बयान
सपा के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “पाकिस्तानी से आतंकी आते हैं, फिर मैच कैसे हो सकता है? पहलगाम में बड़ा आतंकी हमला हुआ था जिसमें कई लोगों की जान गई। सरकार ने कहा था कि पाकिस्तान से निपटेंगे, लेकिन आज वही सरकार उनके साथ क्रिकेट खेल रही है। यह देशहित के खिलाफ है।” उन्होंने कहा कि तुर्की और चीन जैसे देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया, जबकि भारत ने उनका विरोध किया, फिर भी पाकिस्तान के साथ खेल खेलना “दोगली नीति” है। अबू आजमी ने शिवसेना के संजय राउत के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि भारत-पाक मैच में कुछ “दाल में काला” है।
शिवसेना (यूबीटी) का सिंदूर रक्षा अभियान
शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भी मैच के विरोध में कड़ा तेवर अपनाया है। उन्होंने कहा कि 11 सितंबर को पार्टी एक “सिंदूर रक्षा अभियान” चलाएगी। संजय राउत ने कहा, “पहलगाम में महिलाओं का सिंदूर उजाड़ा गया, उनकी पीड़ा और आक्रोश अभी खत्म नहीं हुआ। ऐसे में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलना देशद्रोह है।”
राउत ने भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल से सवाल किया कि क्या उन्होंने इस मामले में कोई भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, “सरकार कहती कुछ भी रहे, हमने कहा था कि पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह का रिश्ता नहीं रखेंगे। आपने कहा था कि खून और पानी साथ नहीं बहेंगे। तो खून और क्रिकेट कैसे साथ चल सकता है?”शिवसेना की महिलाओं द्वारा सड़क पर उतरकर नरेंद्र मोदी को सिंदूर भेजने की योजना को उन्होंने देशभक्ति का प्रतीक बताया। राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा के मंत्री और उनके बच्चे इस मैच को देखने जा रहे हैं, जो कि “देशद्रोह” है।
राजनीतिक-सांस्कृतिक माहौल और क्रिकेट
भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से ही राजनीतिक भावनाओं को छूता रहा है। दोनों देशों के बीच हालिया वर्षों में बढ़े तनाव के कारण इस मैच को लेकर जनमानस में भी विरोध और समर्थन दोनों ही दिख रहे हैं। ऐसे माहौल में राजनीतिक पार्टियों का रुख और अधिक मुखर हो गया है।
मैच के आयोजन का महत्व
एशिया कप 2025 के इस हाईवोल्टेज मुकाबले को क्रिकेट प्रेमी बड़े उत्साह से देख रहे हैं। हालांकि, राजनीतिक दलों के विरोध से इस मैच का माहौल तनावपूर्ण होता जा रहा है। क्रिकेट बोर्ड ने साफ किया है कि खेल को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए।भारत-पाकिस्तान मैच पर उठ रहे विवाद ने इस बार खेल के मैदान को राजनीति के रंग में रंग दिया है। जहां युवा क्रिकेट प्रेमी इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, वहीं कुछ राजनीतिक दल इसे देशभक्ति के नजरिए से देख रहे हैं। आने वाले दिनों में इस विवाद की दिशा और राजनीति का असर मैच के माहौल पर साफ हो जाएगा।
