Attack On CJI BR Gavai: देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बीआर गवई पर एक वकील द्वारा वस्तु फेंकने की कोशिश को लेकर राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर तीखी प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इस घटना को देश के लिए बड़ा दुर्भाग्य बताते हुए कहा कि इस प्रकार की हरकत से देश की न्यायपालिका और संविधान को चोट पहुंचती है।
सुप्रिया श्रीनेत का बयान
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “यह इस देश का कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि एक व्यक्ति भारत के मुख्य न्यायाधीश पर वस्तु फेंकने की कोशिश करता है। ऐसा व्यक्ति कानून, पुलिस और संविधान से बिल्कुल भी डरता नहीं है।” उन्होंने सवाल उठाया कि इस गंभीर घटना के बाद उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में पुलिस और प्रशासन की कार्यवाही प्रभावी और पारदर्शी होनी चाहिए ताकि न्यायपालिका की गरिमा बनी रहे।
सोशल मीडिया पर विवाद
सुप्रिया ने भाजपा समर्थकों द्वारा सोशल मीडिया पर इस हमलावर का महिमामंडन किए जाने की भी निंदा की। उन्होंने कहा, “जब ऐसी घटना हुई थी, तब विपक्ष समेत पूरे देश ने इसकी निंदा की थी। लेकिन आज कुछ वर्ग इसे बढ़ावा दे रहे हैं, जो चिंता का विषय है।” उनका कहना था कि देश के संवैधानिक संस्थानों पर हमले को कोई भी राजनीतिक रंग नहीं दे सकता।
न्यायपालिका की गरिमा और सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने न्यायपालिका की सुरक्षा और गरिमा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुप्रिया श्रीनेत ने प्रशासन से अपील की कि वह इस मामले में कड़ी कार्रवाई करे और सुनिश्चित करे कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश समेत सभी न्यायाधीशों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए।
विपक्ष का एकजुट विरोध
सुप्रिया के बयान के साथ ही विपक्ष के कई नेताओं ने भी CJI पर हमले की निंदा की है। सभी ने इस घटना को न्यायपालिका और देश की सुरक्षा के खिलाफ खतरा बताया है। विपक्ष ने सरकार से भी इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग की है ताकि संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हो सके।
घटना का संक्षिप्त विवरण
मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर यह हमला तब हुआ जब वे एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल थे। एक वकील ने अचानक उन्हें निशाना बनाते हुए वस्तु फेंकने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के कारण बड़ी दुर्घटना टल गई। इस घटना ने पूरे देश में न्यायपालिका की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई पर हमले की कोशिश ने देश में संवैधानिक संस्थानों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर बहस छेड़ दी है।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत समेत विपक्ष के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और सरकार से न्यायालय की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।यह मामला देश के लोकतंत्र और न्यायपालिका की गरिमा के लिए अत्यंत संवेदनशील है, और इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी है कि वे इस तरह की घटनाओं को रोकने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तत्पर रहें।
Read More: NEET PG Data Leak: NEET PG का डेटा लीक, सोशल मीडिया पर 3599 रुपये में बिकने का दावा…
