Ayodhya: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर में ‘हनुमत कथा मंडपम’ का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री लगभग साढ़े 11 बजे मंदिर पहुंचे और वहां दर्शन-पूजन कर इस नए आध्यात्मिक केंद्र का शुभारंभ किया। इससे अयोध्या को एक और धार्मिक स्थल प्राप्त हो गया है जो भक्तों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र साबित होगा।
योगी आदित्यनाथ ने संतों के समर्पण की सराहना की
बताते चले कि, सीएम योगी ने हनुमानगढ़ी मंदिर के पीठासीन और जुड़े सभी संतों का अभिनंदन करते हुए कहा कि उन्होंने कड़ी मेहनत और बचत से इस कथा मंडप के निर्माण का सपना पूरा किया। उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी और सरयू नदी के घाट जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल हैं और अब हनुमत कथा मंडपम के साथ यह पावन धाम और भी समृद्ध हुआ है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का किया जायजा
मुख्यमंत्री के इस महत्वपूर्ण दौरे को सफल बनाने के लिए बृहस्पतिवार को पूरे दिन प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह से तैयारियों में लगे रहे। एडीएम सिटी योगानंद पांडेय ने स्थल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया। साथ ही हनुमानगढ़ी अखाड़ा की टीम ने कार्यक्रम को भव्य और दिव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
संतों ने किया आयोजन की रूपरेखा तय
हनुमानगढ़ी अखाड़े के संतों ने बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की। गद्दीनशीन महंत प्रेमदास के वरिष्ठ शिष्य डॉ. महेश दास ने बताया कि इस समारोह में अयोध्या के प्रमुख संत-धर्माचार्यों, व्यापार मंडल, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। इस भव्य आयोजन में मुख्यमंत्री के साथ गद्दीनशीन महंत प्रेमदास, हनुमानगढ़ी के चारों पट्टी के महंत और सरपंच भी मंच पर उपस्थित रहेंगे।
हनुमानगढ़ी में हनुमत कथा मंडपम के लोकार्पण से अयोध्या की धार्मिक विरासत और भी समृद्ध हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहल ने न केवल श्रद्धालुओं को नया केंद्र दिया है, बल्कि अयोध्या को एक बार फिर धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित किया है। आगामी दिनों में इस मंडप में अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे, जो शहर की सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूती प्रदान करेंगे।
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