Azam Khan Police Dispute: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद आजम खान लंबे समय जेल में रहने के बाद आज सीतापुर जेल से रिहा हो गए। उनकी रिहाई से पहले ही बड़ी संख्या में सपा के नेता और कार्यकर्ता सीतापुर पहुंच गए थे। इस दौरान सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव ने आजम खान का भव्य स्वागत किया। स्वागत समारोह के बाद आजम खान रामपुर के लिए रवाना हो गए, जहां उनके और पुलिस कर्मियों के बीच विवाद देखने को मिला।
रामपुर में हुआ विवाद
रामपुर पहुंचते ही आजम खान और पुलिस अधिकारियों के बीच बहस हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि आजम खान के काफिले में कई गाड़ियां थीं और साथ में बड़ी भीड़ भी मौजूद थी। पुलिस ने ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को लेकर काफिले की गाड़ियों पर आपत्ति जताई, लेकिन आजम खान ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह लोग आम नागरिक हैं जो अपने रास्ते जा रहे हैं, उनका उनसे कोई लेना-देना नहीं है। विवाद के बाद आजम खान अपनी गाड़ी में बैठे रहे और किसी भी तरह की स्थिति को शांति से संभालने की कोशिश की।
सीतापुर में 73 गाड़ियों का चालान
आजम खान की रिहाई के दौरान सीतापुर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर पुलिस ने 73 गाड़ियों का चालान काटा है। बताया गया है कि इन गाड़ियों पर लगभग डेढ़ लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। ये गाड़ियां या तो आजम खान के रिहाई समारोह में शामिल थीं या उनके काफिले का हिस्सा थीं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आजम खान की राजनीतिक वापसी और सपा का समर्थन
आजम खान की रिहाई के बाद से उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कयास लगने लगे हैं। खबरें हैं कि वे बसपा में शामिल हो सकते हैं, हालांकि अभी तक इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आजम खान की रिहाई पर खुशी जाहिर की है और कहा है कि यदि आगामी चुनाव में सपा की सरकार बनती है तो आजम खान के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
सपा नेता शिवपाल यादव भी आजम खान के समर्थन में आगे आए हैं और उनकी अगुवाई में आजम खान का स्वागत किया गया। यह संकेत माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी आजम खान को राजनीतिक मोर्चे पर मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है।
आजम खान की जेल से रिहाई ने राजनीतिक हलकों में नई हलचल पैदा कर दी है। रामपुर में पुलिस के साथ उनका विवाद और 73 गाड़ियों का चालान काटे जाना इस घटना को और भी ज्यादा चर्चित बना रहा है। आगामी समय में यह देखना होगा कि आजम खान की राजनीतिक यात्रा किस दिशा में जाती है और समाजवादी पार्टी उनकी वापसी से कैसे फायदा उठाती है।
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