Azam Khan Congress: समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता आजम खान जेल से बाहर आने के बाद से ही राजनीतिक हलकों में सुर्खियों में बने हुए हैं। उनकी रिहाई के बाद से बसपा में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी, लेकिन उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। फिलहाल आजम खान दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे हैं, लेकिन अब उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं ने नया मोड़ ले लिया है। इस कड़ी में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय के बाहर आजम खान का एक बड़ा पोस्टर लगाने से अटकलें और तेज हो गई हैं।
कांग्रेस कार्यालय के बाहर आजम खान का पोस्टर
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर आजम खान का पोस्टर कांग्रेस से जुड़े आसिफ रिजवी रिंकू ने लगवाया है। इस पोस्टर में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और आजम खान की तस्वीरें एक साथ लगी हैं। पोस्टर पर लिखा है, “हर जोर-जुल्म की टक्कर पर संघर्ष हमारा नारा है। संघर्ष हमारा जारी रहेगा। आजम खान जिंदाबाद। आजम खान साहब को रिहाई की दिली मुबारक।” इस पोस्टर के बाद से यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या आजम खान की कांग्रेस के साथ नजदीकियां बढ़ रही हैं?
आजम खान ने बसपा में शामिल होने की चर्चा को किया खारिज
जेल से रिहाई के बाद आजम खान के बसपा में शामिल होने की खबरें तेजी से फैलने लगीं। जब उनसे इस विषय में सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा, “हमारे पास एक चरित्र नाम की चीज है। लोग प्यार करें और इज्जत करें, मैं कोई बिकाऊ नहीं हूं।” इसके अलावा उन्होंने अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को लेकर कहा, “जहां तक मुकदमों का सवाल है, उन मुकदमों में अगर दम होता तो मैं आज बाहर नहीं दिखता। छोटी अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मुझे इंसाफ मिलने की उम्मीद है। एक दिन मैं बेदाग हो जाऊंगा।”
सीतापुर जेल से रिहाई पर भारी राजनीतिक शोर-शराबा
आजम खान की रिहाई के दिन सीतापुर जेल के बाहर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे। जेल से लेकर रामपुर तक गाड़ियों का लंबा काफिला निकला, जिसमें कई गाड़ियों का चालान काटा गया क्योंकि उन्होंने ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन किया था। इस मामले पर आजम खान ने कहा कि “मैं कुछ नहीं कहूंगा, कहूंगा तो पता नहीं क्या सजा मिलेगी। जो लोग मुझे देश भर में नहीं जानते थे, वो भी मुझे जानने लगे हैं।”
राजनीतिक उठापटक और भविष्य की संभावनाएं
आजम खान की रिहाई और उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच यह स्पष्ट नहीं है कि वह किस पार्टी का दामन थामेंगे। बसपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के साथ जुड़ने की अटकलें चल रही हैं। वहीं आजम खान की खुद की स्थिति और बयान इस तरह की संभावनाओं को खुला छोड़ते हैं।
आजम खान की रिहाई के बाद राजनीतिक गलियारों में जो हलचल मची है, उससे साफ है कि यूपी की सियासत में उनकी वापसी महत्वपूर्ण साबित होगी। कांग्रेस कार्यालय पर पोस्टर लगाए जाने से उनकी पार्टी परिवर्तन की दिशा में भी संकेत मिल रहे हैं। हालांकि अभी तक आजम खान ने किसी भी पार्टी में शामिल होने की आधिकारिक घोषणा नहीं की है। आने वाले दिनों में उनकी राजनीतिक रणनीति पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।
