India vs Pakistan : भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाला एशिया कप 2025 का मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए हमेशा से ही खास रहा है। लेकिन अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस बार भारत में इस मैच का बॉयकॉट करने की मांग जोर पकड़ रही है। भारत-पाकिस्तान मैच के न होने की स्थिति में न केवल दर्शकों को बड़ा झटका लगेगा, बल्कि बीसीसीआई (BCCI) को भी आर्थिक रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
भारत-पाकिस्तान मैच क्यों खास है?
भारत और पाकिस्तान के क्रिकेट मैच न सिर्फ एशिया बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले मैचों में से एक हैं। करोड़ों दर्शक इस मुकाबले को देखने के लिए टीवी या डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जुड़ते हैं। इसी वजह से ब्रॉडकास्टर्स और स्पॉन्सर इस मैच के लिए भारी रकम खर्च करते हैं।
BCCI को कितने पैसों का होगा नुकसान?
बीसीसीआई को अगर भारत-पाकिस्तान मैच नहीं मिलता, तो सबसे बड़ा झटका ब्रॉडकास्टिंग डील पर पड़ेगा। 2024 में एक बीसीसीआई अधिकारी ने बताया था कि अगले चार एशिया कप टूर्नामेंट्स के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स 170 मिलियन डॉलर यानी करीब 1500 करोड़ रुपये में बेचे जा चुके हैं। इसमें से 2025 एशिया कप का हिस्सा लगभग 375 करोड़ रुपये का है।
भारत-पाकिस्तान मैच के बिना ब्रॉडकास्टर्स इस रकम पर सवाल उठाएंगे, क्योंकि इस मैच की व्यूअरशिप रिकॉर्ड तोड़ने वाली होती है। यदि यह मैच रद्द हुआ तो ब्रॉडकास्टिंग डील खतरे में पड़ सकती है और worst case में इसे बीच में ही समाप्त भी किया जा सकता है।
ब्रॉडकास्टर और स्पॉन्सर दोनों को होगा नुकसान
भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान विज्ञापन स्लॉट की मांग बहुत बढ़ जाती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, ICC और ACC जैसे बड़े टूर्नामेंट्स में इस मैच के 10 सेकेंड के एड स्लॉट की कीमत 25 से 30 लाख रुपये तक होती है। अगर मैच नहीं होगा, तो ब्रॉडकास्टर को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा क्योंकि स्पॉन्सर विज्ञापन के लिए कम रुचि दिखाएंगे।
टीम इंडिया के लिए एशिया कप 2025 में अभी कोई टाइटल स्पॉन्सर नहीं है, क्योंकि ऑनलाइन गेमिंग विधेयक के कारण ड्रीम11 के साथ बीसीसीआई की डील समाप्त हो चुकी है। लेकिन अन्य कंपनियां अभी भी टीम इंडिया के साथ स्पॉन्सरशिप करती हैं। ऐसे में अगर मैच रद्द होता है, तो स्पॉन्सर भी बीसीसीआई से सवाल पूछेंगे और बोर्ड की छवि प्रभावित होगी।
टिकट बिक्री और छवि पर भी पड़ेगा असर
भारत-पाकिस्तान मैच के टिकट कुछ ही मिनटों में बिक जाते हैं। इस मैच के रद्द होने से टिकट सेल्स से होने वाली आय भी प्रभावित होगी। साथ ही, अचानक मैच रद्द होने की स्थिति में बीसीसीआई की छवि जनता के बीच खराब होगी, जो भविष्य के आयोजनों पर भी असर डाल सकता है।
भारत-पाकिस्तान मैच केवल एक खेल मुकाबला नहीं बल्कि करोड़ों लोगों का उत्सव है। अगर इस बार इस हाई-प्रोफाइल मैच का आयोजन नहीं हो पाया तो बीसीसीआई को न केवल करोड़ों रुपये का आर्थिक नुकसान होगा बल्कि ब्रॉडकास्टिंग डील, स्पॉन्सरशिप, टिकट सेल्स और बोर्ड की प्रतिष्ठा पर भी बड़ा असर पड़ेगा। ऐसे में राजनीतिक और सामाजिक दबावों के बीच बीसीसीआई के लिए संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।
