Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले लालू परिवार के भीतर मतभेद एक बार फिर सार्वजनिक हो गए हैं. पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान अपने छोटे भाई और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। तेज प्रताप ने कहा, “तेजस्वी को मर्यादा में रहना चाहिए। बड़े भाई का सम्मान करना हर छोटे भाई का फर्ज होता है। कौन राम है और कौन लक्ष्मण, यह हम सब जानते हैं, लेकिन मर्यादा का पालन जरूरी है।”
तेजस्वी यादव पर लगाए आरोप
तेज प्रताप यादव ने आगे कहा कि तेजस्वी जो भी बयान दे रहे हैं, वह उनके अपने विवेक से नहीं, बल्कि उनके आसपास मौजूद ‘जयचंद’ लोगों की सलाह पर कर रहे हैं। उन्होंने साफ कहा, “तेजस्वी को चाहिए कि वो अपनी बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करें। दूसरों की बातों में आकर परिवार और पार्टी को नुकसान न पहुंचाएं।”
गौरतलब है कि तेज प्रताप का यह बयान ऐसे समय आया है जब हाल ही में तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया था कि उनके बड़े भाई तेज प्रताप हर बार पार्टी के खिलाफ उम्मीदवार उतार देते हैं। इसका जवाब देते हुए तेज प्रताप ने कहा, “2020 में क्या हुआ था, यह सबको पता है। अब सब बातों को बार-बार सामने लाना ठीक नहीं है।”
दशहरा के बाद करेंगे सीटों का ऐलान
चुनाव की तैयारियों पर सवाल पूछे जाने पर तेज प्रताप ने खुद को गांधीवादी विचारधारा का अनुयायी बताया। उन्होंने कहा, “हम महात्मा गांधी के रास्ते पर चलने वाले लोग हैं। अहिंसा और सत्य हमारा मार्ग है।”
जब उनसे यह पूछा गया कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने का इरादा है, तो उन्होंने कहा कि दशहरा के बाद सीटों और उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। इससे यह साफ हो गया है कि तेज प्रताप इस बार भी अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के तहत चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
राहुल गांधी के विदेशी दौरे पर कसा तंज
राहुल गांधी के हालिया विदेशी दौरे पर भी तेज प्रताप ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “उन्हें शायद ऐसा लगता है कि घूमने से लोगों का अच्छा भला हो सकता है, इसलिए वो घूम रहे हैं।”
‘कुरान भी पढ़ते हैं, राम को भी मानते हैं’
आई लव मोहम्मद विवाद पर तेज प्रताप ने संतुलित रुख अपनाते हुए कहा कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “मेरे पास भी कुरान है। मैं मोहम्मद साहब को मानता हूं, राम को भी मानता हूं। हम सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखते हैं। किसी की धार्मिक भावना को ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए।”
बिहार की राजनीति में चुनाव से पहले परिवारिक दरार एक बार फिर सुर्खियों में है। तेज प्रताप के इस बयान से साफ है कि राजद के भीतर सबकुछ ठीक नहीं है। अब देखना होगा कि तेजस्वी यादव इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या चुनाव से पहले यह विवाद और गहराता है या सुलझता है।

