SIR In Bengal: BLO सुसाइड पर ममता का EC पर बड़ा आरोप ‘दबाव डालना बंद करो’

पश्चिम बंगाल में SIR (मतदाता पुनरीक्षण) के दबाव में एक बीएलओ (आंगनवाड़ी वर्कर) की आत्महत्या से सियासत गरमा गई है। सीएम ममता बनर्जी ने इसे 'अमानवीय नीति' बताते हुए चुनाव आयोग पर हमला किया और SIR रोकने की मांग की। चुनाव आयोग ने घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

Aanchal Singh
SIR In Bengal
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को घेरा

SIR In Bengal: पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची पुनरीक्षण यानी विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। जलपाईगुड़ी जिले के माल ब्लॉक में एक आंगनवाड़ी वर्कर सह बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) की आत्महत्या के बाद यह मामला गरमा गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए चुनाव आयोग (Election Commission) पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने दावा किया कि महिला की मौत मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के अत्यधिक दबाव का सीधा परिणाम है। सीएम ने इसे ‘चुनाव आयोग की अमानवीय नीति’ का नतीजा बताया है।

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एसआईआर के अत्यधिक तनाव से अब तक 28 मौतें

ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि एसआईआर (SIR) शुरू होने के बाद से अब तक 28 लोग (28 People) अपनी जान गंवा चुके हैं, जिनमें से कुछ डर और अनिश्चितता के कारण, तो कुछ तनाव और ओवरवर्क के चलते मरे हैं। बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले जो काम तीन साल की अवधि में होता था, उसे अब चुनाव से ठीक पहले दो महीने में पूरा करने का आदेश दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह “राजनीतिक आकाओं ” को खुश करने के लिए किया जा रहा है, जिसका नतीजा बीएलओ (BLO) पर अमानवीय बोझ के रूप में पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) से समझदारी दिखाने और इस ‘बिना प्लान वाले काम’ को तुरंत रोकने का आग्रह किया।

परिवार का आरोप

मृतक आंगनवाड़ी वर्कर की पहचान रीना रॉय (42) के रूप में हुई, जो जलपाईगुड़ी के माल ब्लॉक के अंतर्गत लतागुड़ी ग्राम पंचायत की निवासी थीं। वह मंगलवार रात को अपने घर में फांसी पर लटकी मिलीं। परिवार के सदस्यों का आरोप है कि पिछले 15 दिनों से लगातार एसआईआर का काम, रात-दिन फील्ड विजिट और ऊपर से धमकी भरे फोन आने से वह मानसिक रूप से टूट गई थी। उनके मोबाइल में कई अनजान नंबरों से “लिस्ट जल्दी पूरा करो वरना देख लेंगे” जैसे गंभीर संदेश भी मिले हैं। पुलिस ने मृतका की पहचान माल बाजार के रंगामाटी पंचायत निवासी शांतिमणि एक्का के रूप में भी की है, जिन्हें हाल ही में एसआईआर कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

केंद्रीय टीम कर रही है SIR प्रगति की समीक्षा

इस दुखद और गंभीर घटना पर भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने तुरंत संज्ञान लिया है और विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। चुनाव आयोग के निर्देश पर पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) मनोज कुमार अग्रवाल ने जलपाईगुड़ी के जिला चुनाव अधिकारी (District Election Officer) को इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है। सीईओ कार्यालय (CEO Office) के एक अंदरूनी सूत्र ने पुष्टि की कि रिपोर्ट मिलने के बाद, उसे नई दिल्ली स्थित चुनाव आयोग मुख्यालय भेजा जाएगा। यह आत्महत्या ऐसे समय में हुई है जब चुनाव आयोग की चार सदस्यीय केंद्रीय टीम (राज्य में एसआईआर की प्रगति की समीक्षा के लिए चार दिवसीय दौरे पर बंगाल में मौजूद है। मृतक बीएलओ घर-घर जाकर गणना फॉर्म वितरित कर रही थी और भरे हुए फॉर्म प्राप्त करने का काम कर रही थी।

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