Bengaluru Stampede: बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए भगदड़ हादसे को लेकर अब नई जानकारी सामने आई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के ताबड़तोड़ एक्शन के बाद कर्नाटक क्रिकेट संघ (KCA) के सचिव और कोषाध्यक्ष ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों अधिकारियों का इस्तीफा 6 जून की रात को राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष को भेजा गया।
पुलिस की दबिश से पहले ही घर से फरार हुए दोनों अधिकारी
गुरुवार देर रात जब पुलिस दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार करने उनके घर पहुंची तो वे वहां मौजूद नहीं थे। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम के निर्देश मिलते ही दोनों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने ठिकाने बदल लिए। पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए अब तक आरसीबी के एक अधिकारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
हादसे में 11 मौतें, 50 से ज्यादा घायल
यह हादसा 4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुआ था, जहां टिकट काउंटर पर भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक घटना में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए। इस हादसे ने राज्यभर में प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
KCA ने जारी किया आधिकारिक बयान
क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज़ के अनुसार, शनिवार को कर्नाटक क्रिकेट संघ ने एक प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि “पिछले दो दिनों में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं में हमारी भूमिका सीमित रही है, लेकिन हम नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे रहे हैं।” इस पत्र पर दोनों अधिकारियों के हस्ताक्षर भी मौजूद थे।
सीएम का एक्शन—गिरफ्तारी और सस्पेंशन की झड़ी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने गुरुवार शाम एफआईआर दर्ज कराने और जिम्मेदार अधिकारियों को अरेस्ट करने के निर्देश दिए। कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर समेत 8 पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यही नहीं, मुख्यमंत्री ने अपने राजनीतिक सचिव को भी पद से हटा दिया है।
बेंगलुरु भगदड़ हादसे ने ना सिर्फ खेल जगत बल्कि प्रशासनिक ढांचे की लापरवाही को उजागर कर दिया है। अब जब कर्नाटक क्रिकेट संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं, तो इस मामले में आगे और कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद की जा रही है।

