Bharuch Blast: बॉयलर फटा या कोई साजिश? भरूच हादसे में तबाही के पीछे छिपा है एक बड़ा रहस्य

भरूच केमिकल कंपनी ब्लास्ट: एक पल में सब कुछ राख! 3 मजदूरों की मौत और 24 घायल, कई किलोमीटर दूर तक तबाही का मंजर। क्या कंपनी ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की? हादसे की वजह क्या थी? कौन सी बड़ी लापरवाही ने ली तीन लोगों की जान।

Chandan Das
Bharuch Blast
भरूच केमिकल कंपनी बॉयलर ब्लास्ट

Bharuch Blast: गुजरात के भरूच जिले के सायखा जीआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया में मंगलवार देर रात एक बड़ा हादसा हो गया। विशाल फार्मा नामक कंपनी में देर रात करीब ढाई बजे बॉयलर फट गया, जिससे पूरी फैक्ट्री में आग लग गई। धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। विस्फोट के कारण आसपास की चार अन्य कंपनियों की दीवारें और खिड़कियां भी क्षतिग्रस्त हो गईं।

Bharuch Blast: तीन कर्मचारियों की मौत, कई की हालत गंभीर

हादसे में तीन कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 24 से अधिक कर्मचारी घायल हुए हैं। घायलों को भरूच और अंकलेश्वर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से 4 से 5 कर्मचारियों की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

Bharuch Blast: रातभर चला रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना की सूचना मिलते ही भरूच और अंकलेश्वर से फायर ब्रिगेड की छह टीमें मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। फैक्ट्री के अंदर मलबा हटाने का काम जारी है और आशंका जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। जिला प्रशासन ने मौके पर राहत शिविर भी स्थापित किया है।

बिना अनुमति के चल रही थी फैक्ट्री: सरपंच

सायखा गांव के सरपंच जयवीर सिंह ने इस हादसे को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि विशाल फार्मा कंपनी बिना किसी वैध अनुमति के संचालित हो रही थी। इसके बावजूद प्रशासन ने कभी कार्रवाई नहीं की। सरपंच ने मांग की है कि कंपनी के मालिकों और जिम्मेदार अधिकारियों पर आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।

प्रशासन ने जांच के दिए आदेश

भरूच जिला प्रशासन ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक जांच में यह संभावना जताई जा रही है कि बॉयलर के अधिक दबाव में आने से विस्फोट हुआ। औद्योगिक सुरक्षा और स्वास्थ्य विभाग (DISH) की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण शुरू कर दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों में आक्रोश, सुरक्षा मानकों पर सवाल

हादसे के बाद सायखा गांव और आसपास के क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया में सुरक्षा मानकों की अनदेखी आम बात बन गई है। कई फैक्ट्रियां बिना अनुमति और सुरक्षा उपायों के संचालन कर रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भरूच का यह हादसा औद्योगिक सुरक्षा नियमों की अनदेखी का बड़ा उदाहरण है। जब तक प्रशासन सख्त कार्रवाई नहीं करेगा और फैक्ट्रियों के संचालन पर नियमित निगरानी नहीं रखेगा, तब तक ऐसे हादसे दोहराए जाते रहेंगे।

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