Bhilwara News: भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां एक कार ने आलू-प्याज के ठेले से टक्कर मार दी, जिसके बाद गुस्साए लोगों ने कार चालक युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इस घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और बाजार बंद करवा दिया गया। पुलिस और प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
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युवक की हत्या के बाद अस्पताल में बवाल
आपको बता दे कि, युवक की हत्या की खबर मिलते ही जहाजपुर के राजकीय चिकित्सालय में आक्रोशित लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. लोग हत्या के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे. सूचना मिलते ही जहाजपुर के विधायक गोपी चंद मीणा भी अस्पताल पहुंचे और उन्होंने मामले की पूरी जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
आलू-प्याज के ठेले से टकराने के बाद विवाद
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, टोंक शहर के चार युवक शुक्रवार शाम को जहाजपुर आए थे. इसी दौरान उनकी कार एक आलू-प्याज के ठेले से टकरा गई। ठेले का मालिक अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित था। टक्कर के बाद युवक सीताराम ने ठेले वाले से हाथ जोड़कर माफी मांगी और नुकसान की भरपाई का वादा किया। लेकिन, कुछ समय बाद विवाद बढ़ गया और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग मौके पर पहुंचे और सीताराम की पीट-पीटकर हत्या कर दी।
आक्रोशित भीड़ ने की मारपीट, युवक की मौत
मृतक युवक के जीजा ने बताया कि शुक्रवार शाम को सीताराम अपने तीन दोस्तों के साथ जहाजपुर आए थे। जब उनकी कार ठेले से टकराई, तो सीताराम ने बिना किसी विवाद के माफी मांगी। लेकिन उसी समय मस्जिद के पास के दुकानदार और उनके साथी, जो कुछ देर बाद वहां पहुंचे, सीताराम को पीटना शुरू कर दिए। जब उनके साथियों ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी पीटा गया। इस मारपीट के दौरान सीताराम की मौके पर ही मौत हो गई। आक्रोशित भीड़ ने उनकी गाड़ी का तार काट दिया। फिर, सीताराम को बाइक पर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया भारी बल
घटना के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य कई आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बाजार को बंद करवा दिया और इलाके में पुलिस बल की तैनाती की गई। पुलिस अब घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, प्रशासन ने अपील की है कि इलाके में शांति बनाए रखें और किसी भी तरह के हिंसा या उन्माद से बचें।
यह घटना भीलवाड़ा जिले में बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को उजागर करती है। प्रशासन और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए तत्परता दिखाई है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समाज में आपसी समझ और शांति की आवश्यकता है। स्थानीय नेताओं और पुलिस की सक्रियता से उम्मीद जताई जा रही है कि भविष्य में इस प्रकार की घटना को रोका जा सकेगा।

