Bihar Assembly Election: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। राज्य में 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, जिसके जरिए 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए प्रतिनिधियों का चयन किया जाएगा। इस चुनाव में कुल 7.42 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा 4 लाख वरिष्ठ नागरिक मतदाता भी हैं, जिनमें से करीब 14,000 की आयु 100 वर्ष से अधिक है। वहीं, 14 लाख युवा इस बार पहली बार मतदान करने जा रहे हैं।
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निर्वाचन आयोग ने जारी की मतदान संबंधी गाइडलाइन
बताते चले कि, भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने निष्पक्ष और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करने के लिए कई नई प्रक्रियाएं जारी की हैं। आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिन मतदाताओं के पास भौतिक मतदाता पहचान पत्र (EPIC) नहीं है, वे अन्य मान्य फोटो पहचान दस्तावेजों का उपयोग करके भी मतदान कर सकते हैं।
12 दस्तावेजों से मिलेगी वोटिंग की अनुमति
चुनाव आयोग के अनुसार, मतदाता पहचान पत्र मतदान के लिए पसंदीदा पहचान पत्र है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज हैं, वे 12 वैध फोटो पहचान पत्रों में से किसी एक को प्रस्तुत कर मतदान कर सकते हैं।
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इन 12 दस्तावेजों को मान्य पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया जाएगा:
- मतदाता पहचान पत्र (EPIC)
- पासपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेंस
- केंद्र/राज्य सरकार या सार्वजनिक उपक्रम द्वारा जारी सेवा पहचान पत्र
- बैंक/डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक
- श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्मार्ट कार्ड
- मनरेगा जॉब कार्ड
- श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज
- सांसदों, विधायकों या विधान पार्षदों को जारी आधिकारिक पहचान पत्र
- आधार कार्ड
- पब्लिक लिमिटेड कंपनियों के कर्मचारियों को जारी पहचान पत्र
पुराने मतदाताओं को पहचान पत्र दिखाने से छूट
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि किसी मतदाता का नाम 1 जनवरी, 2003 की मतदाता सूची में पहले से दर्ज है, तो उसे मतदान के समय कोई अतिरिक्त पहचान पत्र दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी।
NDA और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर
बिहार का यह चुनाव बेहद रोचक और प्रतिस्पर्धी माना जा रहा है। एक ओर सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) है, जिसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल (यूनाइटेड) कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्षी महागठबंधन मैदान में है, जिसके प्रमुख घटक दल राजद (RJD) और कांग्रेस हैं। एनडीए जहां सत्ता में वापसी की कोशिश में जुटा है, वहीं महागठबंधन का लक्ष्य इस बार सत्ता परिवर्तन कराना है।
14 नवंबर को आएंगे नतीजे
दो चरणों में मतदान के बाद सभी की निगाहें 14 नवंबर पर टिकी होंगी, जब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राजनीतिक दलों ने अपने प्रचार अभियान को तेज कर दिया है और सुरक्षा एजेंसियां मतदान को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
इस बार के चुनाव में मतदाता संख्या, नए नियम और पहचान प्रक्रिया में लचीलापन इसे खास बना रहे हैं। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या एनडीए अपनी सत्ता बरकरार रख पाएगा या महागठबंधन बिहार की राजनीति में नई करवट लाएगा।
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