Bihar Assembly Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी फिजाएं गर्मा गई हैं। क्योंकि चुनाव में परचम लहराने के लिए सभी पार्टियां पूरा जोर लगा रही हैं। वहीं, कांग्रेस पार्टी (Congress) भी चुनावी रणनीति को धार देने में जुट गई है।
बता दें कि कांग्रेस ने विधानसभा का टिकट देने के लिए बड़ी शर्तें रखी हैं। कांग्रेस भावी प्रत्याशी को सोशल मीडिया पर गतिविधियों और सक्रियता के हिसाब से टिकट देगी। जानकारी के मुताबिक फेसबुक, एक्स और इंस्टाग्राम पर जिसके पर्याप्त फॉलोअर्स होंगे उसे ही टिकट दिया जाएगा।
शशिकांत सेंथिल ने दिया है ये लक्ष्य
बिहार कांग्रेस नेताओं को यह टारगेट सात अप्रैल को सेंट्रल वार रूम के चेयरमैन व पूर्व IAS शशिकांत सेंथिल ने दिया। सेंथिल ने सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स बढ़ाने के तरीके भी बताए हैं। उन्होंने फॉलोअर्स बढ़ाने के टिप्स के साथ एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया।
सोशल मीडिया पर होने चाहिए इतने फॉलोअर्स
नई गाइडलाइन के मुताबिक विधानसभा या जिला कमेटियों के लिए दावेदारी पेश करने वालों के फेसबुक पर कम से कम 1.3 लाख फॉलोअर्स होने चाहिए। इसके अलावा एक्स हैंडल पर 50 हजार और इंस्टाग्राम पर 30 हजार फॉलोअर्स होने चाहिए।
मौजूदा 19 विधायकों का कटेगा पत्ता?
सोशल मीडिया की एक्टिविटी को दावेदारी का पैमाना तय करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। क्योंकि बिहार कांग्रेस के ज्यादातर नेता सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं हैं। इतना ही नहीं पार्टी के मौजूदा सभी 19 विधायक इस गाइडलाइन के क्राइटेरिया को पूरा नहीं करते हैं।
इनमें कई विधायकों के केवल 10,000 फॉलोअर्स हैं। कई विधायकों के फॉलोअर्स की संख्या 1,000 से भी नीचे हैं। इतना ही नहीं कुछ विधायक तो ऐसे भी हैं, जिनके सोशल मीडिया पर अकाउंट तक नहीं हैं। ऐसे में अगर नई शर्तों के आधार पर टिकट वितरण किया गया तो मौजूदा सभी 19 विधायकों के टिकट कट सकते हैं।
खुद बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार (Rajesh Kumar) के एक्स हैंडल पर साढ़े चार हजार फॉलोअर्स हैं। जबकि राजनेता अपनी बात मीडिया और जनता तक पहुंचाने के लिए अमूमन एक्स का इस्तेमाल करते हैं।
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