Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है. चुनावी मैदान में उतरने से पहले सभी दलों ने अपनी-अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. इसी के तहत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी अपने संगठन और रणनीति को लेकर कई बड़ा कदम उड़ाए है. पार्टी ने साफ किया कि विधानसभा चुनाव में सीट और उम्मीदवार चयन का अधिकार सीधे पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पास रहेगा. यह निर्णय तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में हुई संसदीय दल की बैठक में लिया गया, जिससे यह साफ हो गया कि राजद इस बार चुनाव में मजबूती के साथ उतरने के लिए पूरी तरह संगठित है और अपनी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करने में जुटा है।
लालू प्रसाद को मिली अहम भूमिका

बताते चलें कि, राजद संसदीय दल के बैठक में ये तय किया गया कि बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों का चयन, उम्मीदवार तय करना और सिंबल बांटना लालू प्रसाद यादव के नेतृत्व में किया जाएगा। इसके साथ ही बैठक में पार्टी ने इस बात का भी संकल्प लिया कि इस बार बिहार में तेजस्वी यादव की सरकार बननी चाहिए। संसदीय दल की बैठक में सभी सदस्यों ने इस निर्णय का समर्थन किया और इसे केंद्रीय संसदीय दल के पास भी पारित करा दिया।
राजद संसदीय दल के बैठक कौन-कौन शामिल?
राजद संसदीय दल के बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, सांसद मीसा भारती सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद थे। इनमें मंगनीलाल मंडल, प्रेमचंद गुप्ता, संजय यादव, डॉ. सुरेन्द्र यादव, अभय कुशवाहा, फैयाज अहमद, पूर्व केंद्रीय मंत्री एम. ए. ए. फातिमी, जयप्रकाश नारायण यादव, कांति सिंह, अवध बिहारी चौधरी, उदय नारायण चौधरी, डॉ. रामचंद्र पूर्वे, अशोक कुमार सिंह, तनवीर हसन, आलोक कुमार मेहता, रामानंद यादव, ललित यादव, समीर कुमार महासेठ, कुमार सर्वजीत, भाई वीरेन्द्र, प्रो. चन्द्रशेखर, शिवचन्द्र राम, अनिता देवी, शमीम, इसराइल मंसूरी, भोला यादव, डॉ. सुनील कुमार सिंह, अबू दोजाना, शक्ति सिंह यादव, चित्तरंजन गगन, कार्तिक सिंह, स्वीटी सिमा हेम्ब्रम, अनु चाको, गौतम सागर राणा, भारत भूषण मंडल, उर्मिला ठाकुर, बीमा भारती, मो. कामरान, समता देवी मांझी, सुरेश पासवान, मधु मंजरी, सारिका पासवान, सुरेन्द्र राम, रामवृक्ष सदा, सतीश गुप्ता, प्रो. सेवा यादव समेत कई अन्य नेता शामिल थे।
