Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को छपरा समेत 18 जिलों के 121 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान जारी रहा। इस दौरान भोजपुरी स्टार और राजद उम्मीदवार खेसारी लाल यादव ने अपने बूथ पर वोट डालते हुए मीडिया से बातचीत की। उन्होंने राम मंदिर और महाराष्ट्र सरकार द्वारा उनके मुंबई स्थित घर पर नोटिस पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी।
खेसारी ने कहा कि “राम मंदिर में पढ़कर कोई प्रोफेसर या मास्टर नहीं बन सकता।” उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उनके साथ हमेशा गलत होता रहा है, जिसमें चुनाव लड़ना भी शामिल है। स्टार ने माना कि वे राजनीति में नहीं आना चाहते थे, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें इस ओर धकेल दिया।
Read more:Bihar Election: पहले चरण में तेजस्वी यादव ने परिवार संग किया मतदान, बोले- बदलाव जरूरी है
महाराष्ट्र नोटिस पर खेसारी का बयान
महाराष्ट्र सरकार द्वारा उनके मुंबई वाले घर पर नोटिस मिलने के सवाल पर खेसारी ने कहा कि इसका बिहार चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने बताया कि घर उन्होंने “पसीने की कमाई से बनाया है” और भगवान सब देख रहे हैं। उनका कहना था कि “हर चीज मेरे साथ गलत ही हो रही है, लेकिन मैं भगवान पर भरोसा रखता हूं।”
Read more: Bihar election 2025 Phase 1 Voting: मोकामा में सुबह 7 बजे से मतदान, सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम
राम मंदिर पर बयान और विवाद
राम मंदिर पर दिए गए बयान के कारण खेसारी लाल यादव कई अन्य भोजपुरी सितारों के निशाने पर आ गए हैं। इसमें पवन सिंह, रवि किशन, निरहुआ और मनोज तिवारी शामिल हैं। निरहुआ ने तो यहाँ तक कह दिया कि खेसारी को समझाना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
खेसारी ने इस विवाद पर कहा कि राम मंदिर आस्था का विषय है, लेकिन इसके पढ़ाई से कोई प्रोफेसर नहीं बन सकता। उनका कहना था कि नेताओं और सितारों के निजी टिप्पणियों से बिहार की जनता का कोई फायदा नहीं होगा। असली मुद्दा युवाओं के लिए रोजगार, बेहतर सुविधाएं और राज्य का विकास होना चाहिए।
Read more: Bihar Election 2025: बिहार में चुनावी रंजिश? जीतन राम मांझी की समधन पर हमला, माहौल गरमाया
चुनावी माहौल और मतदान
गुरुवार को पहले चरण के चुनाव में करीब पौने चार करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। छपरा में खेसारी लाल यादव के बूथ पर वोट डालने के दौरान उनके समर्थकों और मीडिया की भारी भीड़ जमा हो गई। उन्होंने कहा कि अबतक उन्होंने लड़ना सीखा है और आगे भी लड़ते रहेंगे। खेसारी का संदेश स्पष्ट था कि बिहार के चुनाव में निजी विवादों और बयानबाजी से ज्यादा राज्य के विकास और युवाओं के रोजगार पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उनके अनुसार जनता का ध्यान मुद्दों की ओर होना चाहिए न कि व्यक्तिगत विवादों की ओर।
