Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की 121 सीटों पर 4 नवंबर को चुनाव प्रचार समाप्त हो गया। सभी प्रमुख दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। अब 6 नवंबर को इन सीटों पर मतदान होगा, जिसमें जनता अपने मताधिकार का प्रयोग कर विजेता तय करेगी।
Read More: Bihar Chunav: ‘कुर्सी खाली नहीं, जनता जागरूक रहे’ दरभंगा जनसभा में Amit Shah की चेतावनी
18 जिलों में मतदान, हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों की टक्कर
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, पहले चरण में 18 जिलों के 121 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होंगे। राघोपुर से तेजस्वी यादव (RJD), बेगूसराय से कुंदन कुमार (BJP), अलीनगर से मैथिली ठाकुर (BJP) और मोकामा से अनंत सिंह (JDU) जैसे हाई प्रोफाइल उम्मीदवार मैदान में हैं। अन्य प्रमुख क्षेत्रों में पटना, गया, भोजपुर, जहानाबाद, औरंगाबाद, नालंदा आदि शामिल हैं।
NDA और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर
राजनीतिक माहौल में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है। एनडीए में भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। महागठबंधन में कांग्रेस, राजद, वाम दल और वीआईपी पार्टी हैं। प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और ओवैसी की AIMIM भी दोनों गठबंधनों को चुनौती दे रही हैं।
Read More: Bihar Election: CM Yogi के रोड शो में जनता का उमड़ा जनसैलाब, जयघोषों से गूंजा शहर
प्रचार में दिग्गज नेताओं की मौजूदगी
एनडीए के प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, योगी आदित्यनाथ और राजनाथ सिंह ने रैलियां कीं। महागठबंधन की ओर से लालू यादव, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव और प्रियंका गांधी ने सभाएं कीं। चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का 11 नवंबर को होगा। परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
कुढ़नी और मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक उम्मीदवार
पहले चरण में कुल 1,690 नामांकन दाखिल हुए, जिनमें से 1,375 वैध पाए गए। 61 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिए, जिससे कुल 1,314 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। कुढ़नी और मुजफ्फरपुर सीटों पर सबसे अधिक 20-20 उम्मीदवार हैं, जो मुकाबले को रोचक बना रहे हैं।
भोरे, अलौली और परबत्ता में सबसे कम उम्मीदवार
भोरे, अलौली और परबत्ता सीटों पर सबसे कम 5-5 उम्मीदवार हैं। पटना जिले में सबसे अधिक 9 नामांकन वापस लिए गए। इसके बाद दरभंगा (8), बेगूसराय (7), गोपालगंज (6), वैशाली (5) और मुजफ्फरपुर (4) का स्थान रहा। अन्य जिलों में भी नाम वापसी की प्रक्रिया पूरी हुई।

