Bihar Chunav 2025: शराबबंदी और बिजनेस स्कीम से महिलाओं का NDA पर भरोसा, बिहार चुनावी राजनीति में नया मोड़

बिहार चुनाव 2025 में महिलाओं ने एनडीए पर भरोसा जताया। शराबबंदी और 10000 रुपये की बिजनेस स्कीम जैसी योजनाओं ने महिला वोटरों को प्रभावित किया। आखिर कैसे इन फैसलों ने एनडीए को मजबूत समर्थन दिलाया और बिहार की राजनीति में नया समीकरण बनाया, यह जानना चुनावी विश्लेषण के लिए बेहद रोचक होगा।

Chandan Das
Bihar Chunav 2025
महिलाओं ने एनडीए पर भरोसा जताया

Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आ गए हैं, जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 191 सीटें हासिल की हैं। महागठबंधन को केवल 47 सीटें मिलीं। इस चुनाव में खास बात यह रही कि महिलाओं ने बड़ी संख्या में वोट डाले और उनका रुझान NDA की तरफ रहा, जो चुनावी नतीजों पर गहरा असर डालने में कामयाब रहा।

Bihar Chunav 2025: बिहार में ऐतिहासिक मतदान

इस बार बिहार में मतदान की प्रतिशतता ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। दो चरणों में हुए चुनावों में, पहले चरण में 6 नवंबर को 65.08% मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में यह आंकड़ा 68.76% तक पहुंच गया। इस चुनाव में महिला मतदाताओं की हिस्सेदारी विशेष रूप से महत्वपूर्ण रही, क्योंकि महिलाओं ने पुरुषों के मुकाबले अधिक वोट डाले। जहां पुरुषों का वोट प्रतिशत 62.8% रहा, वहीं महिलाओं का वोट प्रतिशत 71.6% रहा। यह दर्शाता है कि महिलाओं ने इस बार चुनावी प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई।

Bihar Chunav 2025: नीतीश सरकार की नीतियां और महिलाओं का समर्थन

नीतीश कुमार की सरकार ने महिलाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की थीं, जिन्होंने महिलाओं के बीच लोकप्रियता को बढ़ाया और उन्हें मतदान के लिए प्रेरित किया। राज्य में शराबबंदी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों ने महिलाओं का दिल जीता। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की सरकार की जीविका दीदी योजना ने ग्रामीण महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए। इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सहायता दी गई, जिससे महिलाओं ने NDA के प्रति अपना समर्थन मजबूत किया।

महिला रोजगार योजना और आर्थिक सशक्तिकरण

नीतीश सरकार ने महिलाओं के रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना शुरू की। इस योजना के तहत महिलाओं के बैंक खातों में 10 हजार रुपये भेजे गए, और यदि उनके कार्य अच्छे रहे तो उन्हें 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। इसके अलावा, राज्य सरकार ने महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से स्किल ट्रेनिंग और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों की शुरुआत की। इससे महिलाओं को न केवल आत्मनिर्भरता मिली, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली।

पंचायती राज में 50% आरक्षण और साइकिल योजना

नीतीश कुमार की सरकार ने महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं में 50% आरक्षण दिया, जिससे ग्रामीण महिलाओं को राजनीति में भागीदारी का अवसर मिला। इसके अलावा, लड़कियों के लिए साइकिल योजना ने उनके स्कूल जाने में सुविधा प्रदान की, जो एक बड़ी कदम था। महिला सुरक्षा को लेकर नीतीश सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों ने भी बिहार की बहन-बेटियों का भरोसा जीतने में अहम भूमिका निभाई।

महिलाओं की भूमिका: बिहार चुनाव में निर्णायक मोड़

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में महिलाओं का वोट निर्णायक साबित हुआ। उनकी नीतियों और योजनाओं को ध्यान में रखते हुए, नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार की महिलाओं के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की, जो उनके जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। इस बार के चुनाव में महिलाओं के वोट के कारण NDA को भारी सफलता मिली, और महागठबंधन को निराशा का सामना करना पड़ा। बिहार में महिलाओं ने दिखा दिया कि वे किसी भी चुनाव में अहम भूमिका निभा सकती हैं।

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