Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) से पहले जनता दल यूनाइटेड (JDU)) में टिकट वितरण को लेकर विवाद गर्माया है। भागलपुर जिले की गोपालपुर विधानसभा सीट से लगातार चार बार विधायक रह चुके गोपाल मंडल ने पांचवी बार चुनाव लड़ने के लिए पार्टी से टिकट मांगते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास के बाहर धरना प्रदर्शन किया। मंडल अपने समर्थकों के साथ मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे और जोरदार नारेबाजी करने लगे।
Read More:Bihar Election: महागठबंधन में ‘ठनी जंग’! लालू यादव ने दिए सिंबल, फिर 12 घंटे में क्यों लिए वापस?
सुरक्षा ने आवास परिसर में प्रवेश से रोका
सूत्रों के अनुसार, बिना अनुमति के पहुंचने पर सुरक्षा कर्मियों ने गोपाल मंडल को आवास परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया। बावजूद इसके, मंडल मुख्य द्वार के बाहर धरने पर बैठ गए और स्पष्ट कर दिया कि जब तक मुख्यमंत्री स्वयं उन्हें जद(यू) का चुनाव चिन्ह ‘तीर’ देने का आश्वासन नहीं देंगे, तब तक वे धरना नहीं हटाएंगे।
गोपाल मंडल का आरोप
गोपाल मंडल ने कहा कि पार्टी में कुछ लोग उनकी राजनीतिक विरासत और मेहनत को नजरअंदाज कर उन्हें ‘बेटिकट’ कराने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपनी बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने रखना चाहते थे, लेकिन उन्हें अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। इस पर उन्होंने सीएम आवास के बाहर धरना देना उचित समझा।
धरना प्रदर्शन के दौरान माहौल तनावपूर्ण
गोपाल मंडल के समर्थकों ने भी जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी, जिससे वहां तनाव का माहौल बन गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन गोपाल मंडल ने धरना जारी रखा। उन्होंने कहा कि वे नीतीश कुमार के सच्चे सिपाही हैं, लेकिन पार्टी के भीतर कुछ लोग उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं।
सहरसा से विधायक रत्नेश सदा भी हुए नाराज
वहीं, सहरसा की सोनबरसा विधानसभा सीट से विधायक और राज्य मंत्री रत्नेश सदा भी टिकट बंटवारे को लेकर भावुक नजर आए। बताया गया कि उनकी सीट लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को दे दी गई है। सदा ने मीडिया से कहा कि शुरू में उन्हें पार्टी का सिंबल दिया गया था, लेकिन बाद में सीट एलजेपी को सौंप दी गई।
रत्नेश सदा ने जताई व्यक्तिगत और क्षेत्रीय पीड़ा
मंत्री रत्नेश सदा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें राजनीतिक दलदल से बाहर निकाला और मंत्री बनाया, लेकिन अब उन्हें अपने क्षेत्र के लोगों के सामने क्या जवाब देना होगा, यह सोचकर वे दुखी हैं। उनके आंसू छलकने के बाद उनके समर्थकों में भारी नाराजगी भी देखने को मिली।
एनडीए के अंदर टिकट बंटवारे को लेकर बढ़ा विवाद
सूत्रों की मानें तो बिहार में एनडीए गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज हो गई है। जद(यू) और एलजेपी (रामविलास पासवान के समर्थक) के बीच कई सीटों पर मतभेद गहराए हैं। साथ ही, जद(यू) के अंदर भी टिकट वितरण को लेकर असंतोष बढ़ रहा है।
नीतीश कुमार कर रहे हैं नाराज नेताओं से बातचीत
पार्टी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं और नाराज नेताओं से बातचीत कर स्थिति को सामान्य करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन गोपाल मंडल और रत्नेश सदा की खुली नाराजगी से साफ है कि बिहार एनडीए में टिकट बंटवारे का विवाद अभी थमने वाला नहीं है।
यह चुनावी घमासान जद(यू) के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है, जिससे पार्टी की चुनावी रणनीति प्रभावित हो सकती है। आगामी दिनों में इस विवाद पर क्या मोड़ आता है, यह देखना होगा।
Read More:Bihar Election: सीट बंटवारे पर घमासान! महागठबंधन में दरार की आहट? तेजस्वी ने दिया अल्टीमेटम

