Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले इंडिया गठबंधन (INDIA Block) में सीटों के बंटवारे को लेकर चल रहा गतिरोध आखिरकार खत्म हो गया है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के बीच सीट बंटवारे को लेकर समझौता हो गया है। तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी की पार्टी को 18 सीटें देने पर सहमति जता दी है। गौरतलब है कि सहनी शुरुआत में 20 से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़े थे, जबकि तेजस्वी यादव 15 सीटें देने को तैयार थे। लंबी बातचीत और तनातनी के बाद दोनों नेताओं ने 18 सीटों पर सहमति बनाई है, जिससे महागठबंधन में एकता का संदेश गया है।
सीटों के साथ डिप्टी सीएम पद पर ठोका दावा
बताते चले कि, सीट शेयरिंग के मसले पर समझौता तो हो गया, लेकिन मुकेश सहनी ने डिप्टी सीएम पद की दावेदारी ठोककर एक नया सियासी संदेश दे दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि VIP महागठबंधन का अहम हिस्सा है और उनकी पार्टी को मजबूत प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। इसी के तहत उन्होंने न सिर्फ ज्यादा सीटों की मांग की, बल्कि उपमुख्यमंत्री पद की भी दावेदारी पेश की। इस बयान के बाद तेजस्वी यादव नाराज हो गए और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि अगर गठबंधन में रहना है तो तय सीमा के अंदर समझौता करना होगा।
बैठकों का दौर और बयानबाजी से बना दबाव
आपको बता दे कि, 8 सितंबर को महागठबंधन की बैठक के बाद मुकेश सहनी ने दावा किया था कि सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है। उन्होंने तेजस्वी यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात दोहराई और कहा कि महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है। इसके बावजूद उन्होंने 16 सितंबर को मुजफ्फरपुर में दोबारा डिप्टी सीएम पद की मांग दोहराई और साहेबगंज सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। इससे साफ हो गया कि अंदरखाने सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था।
तेजस्वी ने 14 सीटें दी थी ऑफर
दऱअसल, 10 अक्टूबर को RJD ने VIP को 14 सीटों का ऑफर दिया, लेकिन मुकेश सहनी इससे संतुष्ट नहीं हुए। वे लगातार 20 से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़े रहे। इसके बाद तेजस्वी यादव के साथ हुई बैठक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी और दोनों नेताओं ने सार्वजनिक रूप से चुप्पी साध ली। 11 अक्टूबर को सहनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लगभग 30 सीटों के साथ उपमुख्यमंत्री पद पर भी दावा ठोक दिया, जिससे सियासी हलकों में हलचल तेज हो गई।
‘महागठबंधन बीमार है’ बयान से बढ़ा तनाव
12 अक्टूबर को सहनी ने अपने बयान में कहा कि महागठबंधन बीमार है और इसका इलाज अब दिल्ली में होगा। यह बयान सीधे तौर पर कांग्रेस और RJD पर दबाव बढ़ाने के रूप में देखा गया। वहीं, 13 और 14 अक्टूबर को RJD और कांग्रेस के बीच भी सीट शेयरिंग को लेकर विवाद सामने आया। कांग्रेस ने RJD की ओर से दी गई 50 सीटों की पेशकश ठुकरा दी, जिससे गठबंधन के भीतर दरार की अटकलें और तेज हो गईं।
VIP-RJD डील से INDIA गठबंधन को राहत
VIP को 18 सीटें मिलने के बाद यह माना जा रहा है कि इंडिया गठबंधन में फिलहाल सीट बंटवारे को लेकर सबसे बड़ी बाधा दूर हो गई है। तेजस्वी यादव और मुकेश सहनी के बीच बनी यह सहमति गठबंधन को मजबूती देने वाली मानी जा रही है। हालांकि डिप्टी सीएम पद को लेकर अब भी तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन सीट बंटवारे पर सहमति से चुनावी तैयारियों को रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
बिहार में इंडिया गठबंधन के लिए यह समझौता एक अहम मील का पत्थर है, लेकिन डिप्टी सीएम पद और कांग्रेस के साथ सीटों को लेकर तनाव अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। आने वाले दिनों में अन्य दलों के साथ फॉर्मूला तय करना महागठबंधन के लिए अगली बड़ी चुनौती होगी।
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