Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly elections) को लेकर एनडीए में सीटों के बंटवारे की तस्वीर अभी भी पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। अब तक के समीकरण के मुताबिक, जदयू और भाजपा को 101-101 सीटें जबकि चिराग पासवान की पार्टी को 29, जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) को 6 और उपेंद्र कुशवाहा को भी 6 सीटें देने की घोषणा की जा चुकी है। लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस फॉर्मूले से असहमत नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि पिछले 24 घंटे से यह स्थिति बनी हुई है कि किस दल को कौन सी सीट मिलेगी, इसका अंतिम निर्णय नहीं हो सका है।
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नीतीश कुमार परंपरागत सीटें छोड़ने को नहीं तैयार

सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जदयू की परंपरागत सीटें किसी और को देने से साफ इनकार कर दिया है। मंगलवार सुबह जदयू के वरिष्ठ नेताओं ललन सिंह, संजय झा और विजय कुमार चौधरी के साथ नीतीश कुमार की बैठक हुई, जिसमें उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि राजगीर, हिसुआ, मटिहानी, कदवा, सिमरी बख्तियारपुर और साहेबपुर कमाल जैसी सीटों पर जदयू ही उम्मीदवार उतारेगा। इन सीटों पर चिराग पासवान की पार्टी की दावेदारी की खबरों से नीतीश नाराज बताए जा रहे हैं।
‘बड़े भाई’ के दर्जे पर भी नाराज हैं नीतीश
एनडीए में जदयू और भाजपा को बराबर 101 सीटें मिलने से नीतीश कुमार के ‘बड़े भाई’ के दर्जे पर भी असर पड़ा है। पहले तक एनडीए में जदयू सीटों के मामले में अगुआ रहता था, लेकिन इस बार दोनों पार्टियों को समान सीटें मिल रही हैं। नीतीश कुमार अपनी राजनीतिक हैसियत को बनाए रखने के पक्ष में हैं और इसी कारण सीट बंटवारे को लेकर टकराव बढ़ गया है।
सीट शेयरिंग पर शाम तक बड़ा एसान संभव
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार मंगलवार शाम तक एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर बड़ा ऐलान हो सकता है। पहले चरण के लिए सभी उम्मीदवारों की घोषणा भी की जा सकती है। संभावित फॉर्मूले के मुताबिक, जदयू को 101, भाजपा को 100, चिराग को 28, मांझी को 7 और उपेंद्र कुशवाहा को 7 सीटें दी जा सकती हैं। हालांकि अंतिम फैसला भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा के बाद ही होगा।
सभी दलों के उम्मीदवारों के नाम जल्द होंगे घोषित
आपको बता दे कि, चिराग पासवान ने एक ट्वीट कर कहा कि सीट बंटवारे को लेकर एनडीए में सौहार्दपूर्ण समझौता हो चुका है और जल्द ही सभी दलों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी लिखा कि मोदी और नीतीश के नेतृत्व में एनडीए पूरी तरह एकजुट है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उपेंद्र कुशवाहा ने भी इसी तर्ज पर ट्वीट कर एकता का संदेश दिया है, हालांकि जमीनी हकीकत में एनडीए में खलबली साफ दिख रही है।
जीतन राम मांझी ने कार्यकर्ताओं के असंतोष को किया स्वीकार

इस राजनीतिक उठापटक के बीच जीतन राम मांझी ने फेसबुक पोस्ट कर कहा कि भले ही उनकी पार्टी को कम सीटें मिली हैं और कार्यकर्ताओं में असंतोष है, लेकिन वे बिहार को ‘जंगलराज’ की ओर नहीं जाने देंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने की अपील करते हुए भरोसा दिलाया कि भविष्य में क्षतिपूर्ति होगी। मांझी ने लिखा “जय मोदी, तय नीतीश” और कहा कि एनडीए ही जीतेगा और बिहार का सम्मान बना रहेगा।
बिहार में एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर अभी भी पूरी सहमति नहीं बन सकी है। नीतीश कुमार की नाराजगी और उनकी परंपरागत सीटों को लेकर सख्त रुख से राजनीतिक समीकरण और उलझते जा रहे हैं। हालांकि एनडीए नेता सार्वजनिक रूप से एकता का संदेश दे रहे हैं, लेकिन अंदरखाने चल रही रस्साकशी इस गठबंधन के लिए आगामी चुनाव में एक बड़ी चुनौती बन सकती है।
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