Bihar Election: बिहार में चुनावी माहौल गरमा चुका है और प्रचार अभियान ने जोर पकड़ लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के समस्तीपुर में भगवान् भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की धरती, कर्पूरी ग्राम से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे। सुबह 11 बजे वे कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धा सुमन एवं श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद समस्तीपुर और बेगूसराय में दो रैलियों को संबोधित करेंगे।
पहले चरण की तैयारियों में भाजपा पूरी तरह जुटी
6 और 11 नवंबर को होने वाले दो चरणों के चुनाव को लेकर भाजपा और एनडीए पूरी तरह मैदान में उतर चुके हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। पीएम मोदी की इस चुनावी शुरुआत के साथ ही भाजपा ने पहले चरण की तैयारी को अंतिम रूप देने का संकेत दे दिया है। पार्टी के रणनीतिकारों का फोकस इस बार ग्रामीण और पिछड़े वर्गों में अपनी पकड़ मजबूत करने पर है।
अमित शाह का दो दिवसीय बिहार दौरा शुरू
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी आज 24 अक्टूबर से दो-दिवसीय दौरे पर बिहार में हैं। वे सीवान और बक्सर में जनसभाएं करेंगे और 25 अक्टूबर को बिहारशरीफ, मुंगेर तथा खगड़िया में रैलियों को संबोधित करेंगे। बक्सर में चार एनडीए प्रत्याशियों तथा सीवान में आठ के लिए वे वोट मांगेंगे। इससे पहले उन्होंने छपरा में आयोजित भाजपा रैली में लालू यादव पर जमकर हमला बोला था।
भाजपा ने विपक्षी गठबंधन को करार दिया “लठबंधन”
एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने “मेरा बूथ सबसे मजबूत” कार्यक्रम के तहत बिहार के युवा कार्यकर्ताओं से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी महागठबंधन को “लठबंधन” कहते हुए निशाने पर लिया। मोदी ने कहा, “ये लोग केवल लाठी चलाना और आपस में लड़ना जानते हैं। इनके लिए स्वार्थ सर्वोपरि है, बिहार के युवाओं की कोई चिंता नहीं।” उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने नक्सलवाद और माओवादी आतंक को राजनीतिक साधन बनाया और राज्य के विकास को वर्षों पीछे धकेला।
समस्तीपुर और बेगूसराय पर सेनानी नजर
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि, समस्तीपुर सीट 2010 से ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का गढ़ रही है, जहां अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने लगातार तीन बार कब्जा जमाया है। 2020 में उन्होंने ज़ेडी(यू) की अश्वमेध देवी को 4,714 वोटों से मात दी थी। वहीं, बेगूसराय जिसका औद्योगिक महत्व है और जिसे “बिहार की औद्योगिक राजधानी” कहा जाता है, प्रसिद्ध कवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि भी है। इन दोनों सीटों पर भाजपा व एनडीए की नजरें टिकी हैं।
पहले चरण 6 नवंबर, दूसरा 11 नवंबर
इस बार बिहार में मतदान दो चरणों में होगा: पहले चरण के लिए 6 नवंबर को वोटिंग तथा दूसरे चरण के लिए 11 नवंबर। नतीजे 14 नवंबर को घोषित होंगे। भाजपा ने इन तारिकाओं को ध्यान में रखते हुए अपने अभियान को पूरी गति से चलाया है। भाजपा के इस सघन अभियान के बीच राजनीतिक चुनौतियों और विपक्षी गठबंधन की प्रतिक्रिया पर अब बिहार की राजनीतिक पटल पर निगाहें टिकी हुई हैं।
बिहार का राजनीतिक तापमान अब पूरी तरह चढ़ चुका है। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह की जोड़ी ने एनडीए के अभियान को नई ऊर्जा दी है, वहीं विपक्ष के लिए यह बड़ा चुनौतीपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। अगले कुछ हफ्तों में बिहार की राजनीति अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंचेगी।
