Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Assembly elections 2025) को लेकर सीट शेयरिंग पर चर्चा के लिए गुरुवार, 9 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) के बीच दिल्ली में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक के बाद दोनों नेताओं ने इसे सकारात्मक और संतोषजनक बताया।
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“हमारे चेहरे की मुस्कुराहट ही काफी है” – नित्यानंद राय
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में नित्यानंद राय (Nityanand Rai) ने कहा, “हम दोनों के चेहरे की मुस्कुराहट ही सबकुछ बयां कर रही है। बातचीत सकारात्मक रही है।” यह बयान संकेत देता है कि एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों को लेकर सहमति की ओर बढ़ा गया है, हालांकि आधिकारिक रूप से अभी कोई ऐलान नहीं किया गया है।
चिराग पासवान की प्रतिक्रिया
बताते चले कि, एलजेपी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी बैठक को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इन्होंने (नित्यानंद राय) बता ही दिया है कि बातचीत सकारात्मक रही है। बाकी की जानकारी हम आराम से बैठकर साझा करेंगे।” चिराग पासवान के इस बयान से भी यह स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि बातचीत सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई।
चिराग पासवान की नाराजगी खत्म?
जब मीडिया ने नित्यानंद राय (Nityanand Rai) से यह पूछा कि क्या चिराग पासवान की नाराजगी अब दूर हो गई है, तो उन्होंने इस पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। हालांकि, दोनों नेताओं की बॉडी लैंग्वेज और बातचीत से माहौल सहज नजर आया। बैठक के बाद नित्यानंद राय खुद चिराग पासवान को उनकी गाड़ी तक छोड़ने गए और उनके बैठने तक वहीं मौजूद रहे।
एलजेपी (रामविलास) ने शुक्रवार को बुलाई संसदीय बोर्ड की बैठक
सीट बंटवारे को लेकर शुक्रवार, 10 अक्टूबर को दिल्ली में एलजेपी (Ram Vilas) की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है। हालांकि सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में पार्टी के सभी पांच सांसद शामिल नहीं होंगे। बैठक में चिराग पासवान के अलावा सांसद राजेश वर्मा, वीणा भारती और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय शामिल होंगे। सांसद अरुण भारती और शांभवी संभवतः इस बैठक से अनुपस्थित रह सकते हैं।
एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर चली तनातनी अब धीरे-धीरे खत्म होती नजर आ रही है। चिराग पासवान और नित्यानंद राय के बीच हुई बैठक से संकेत मिलते हैं कि भाजपा और एलजेपी (रामविलास) के बीच समझौता लगभग तय है। अब सबकी नजरें शुक्रवार को होने वाली संसदीय बोर्ड की बैठक पर टिकी हैं, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी।
