Bihar Election: बीजेपी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने रविवार को पटना में आयोजित विपक्षी गठबंधन इंडिया की रैली पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में संविधान का मजाक उड़ाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह गठबंधन संविधान के खिलाफ काम कर रहा है और संविधान को तार-तार किया जा रहा है।
‘राजद-सपा का समाजवाद नहीं, नमाजवाद है’
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि तेजस्वी यादव ने वक्फ एक्ट को कूड़ेदान में फेंकने की बात कहकर संसद और न्यायपालिका दोनों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि संविधान को कूड़ेदान में नहीं फेंकने दिया जाएगा और बीजेपी इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे भारत में ‘मौलवी स्क्रिप्ट’ लागू करना चाहते हैं और शरिया कानून लाने की सोच रहे हैं।
इमरजेंसी का उदाहरण देकर विपक्ष को घेरा
सुधांशु त्रिवेदी ने 1975 की इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस गांधी मैदान में लाखों लोगों ने संविधान की रक्षा के लिए जान की परवाह नहीं की थी, उसी मैदान से तेजस्वी यादव ने संसद द्वारा पारित कानून को कूड़ेदान में फेंकने की बात कही। यह भारतीय लोकतंत्र का अपमान है और यह साफ दर्शाता है कि विपक्ष अब भी 50 साल पुरानी तानाशाही मानसिकता से बाहर नहीं निकला है।
बीजेपी और एनडीए का संकल्प
बीजेपी प्रवक्ता ने दोहराया कि एनडीए और बीजेपी संविधान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई बाबा साहब अंबेडकर के संविधान या उसके किसी प्रावधान को खत्म करने की कोशिश करेगा, तो बीजेपी उसे सफल नहीं होने देगी। साथ ही उन्होंने विपक्ष से यह भी पूछा कि क्या वे बिहार में सऊदी अरब, इंडोनेशिया या ISIS से भी बड़ा शरिया कानून लागू करना चाहते हैं?
’49 लाख एकड़ जमीन पर कब्जा समाजवाद नहीं, मानसिकता स्पष्ट’
त्रिवेदी ने कहा कि समाजवाद का मतलब होता है संसाधनों का समान वितरण, लेकिन आरजेडी और सपा जैसे दल चाहते हैं कि 49 लाख एकड़ जमीन कुछ खास लोगों के पास रहे। उन्होंने इसे एक सोची-समझी रणनीति और संविधान विरोधी मानसिकता करार दिया, जो समाजवाद के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
‘नमाजवाद की राजनीति कर रहे हैं कुछ दल’
बीजेपी नेता ने कहा कि आरजेडी और सपा जैसे दल गरीब और पिछड़े मुसलमानों के अधिकारों के लिए खड़े नहीं होते। उन्होंने इन दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये दल समाजवाद का चोला पहन कर असल में नमाजवाद की राजनीति कर रहे हैं। उनका समाजवाद केवल दिखावा है, असल मकसद सिर्फ वोट बैंक की राजनीति करना है।
Read More: E-Voting कराने वाला Bihar बना पहला राज्य,51 हजार से अधिक मतदाताओं ने ई-वोटिंग के लिए कराया पंजीकरण